भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है. यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं. इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा. इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.

नेताजी ने आजादी की खातिर नौकरी से दिया था इस्तीफा :

  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस हमेशा से ही अपनी देश भक्ति व स्वतंत्रता से जुड़े कार्यों के लिए जाने जाते हैं.
  • आपको बता दें कि नेताजी को देश आज़ाद कराने का ऐसा जूनून था जिसके चलते उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी भी छोड़ दी थी.
  • 1921 में आज ही के दिन नेताजी द्वारा अपनी भारतीय नागरिक सेवा की नौकरी छोड़ दी गयी थी.
  • बता दें कि इसके बाद उन्होंने एक समिति का गठन किया था और उसका नाम रखा था साउथ कलकत्ता सेवक समिति.
  • आपको बता दें कि अपनी स्वतंत्रता की मुहिम के दौरान नेताजी कई बार जेल गए थे.
  • परंतु उनकी देश भक्ति में किसी तरह की कमी नहीं आई थी और वे देश को आज़ाद कराने के लिए लड़ते रहे.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1930 में देश के सविनय अवज्ञा वाली मुहिम को चित्रित करती फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा नामंज़ूर कर दिया गया था.
  • बता दें कि बोर्ड के अनुसार यह फिल्म देश के नियम व क़ानून के विरुद्ध बतायी गयी थी.
  • 1991 में आज ही के दिन वर्ल्ड बैंक द्वारा भारत को एक बिलियन डॉलर का लोन दिया गया था.
  • 1998 में आज ही के दिन भारत व बांग्लादेश ने साथ मिलकर काम करने का संकल्प किया था,
  • साथ ही द्विपक्षीय व्यापार और नदी के पानी को लेकर संधियाँ की थीं.
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