भारत के इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

‘भारत का शासक’ नाम को किया गया था समाप्त :

  • देश में अंग्रेजों द्वारा लगभग 100 साल तक शासन किया गया था.
  • जिसके बाद देश को आज़ादी मिल पायी थी और देश में जनतंत्र आया था.
  • बता दें कि इसी क्रम में सन 1948 में जब अंग्रेजों द्वारा भारत से पलायन किया जा रहा था.
  • तब देश में में बहुत कुछ बदला था और देशवासियों ने एक नया सवेरा देखा था.
  • सन 1948 में आज ही के दिन ब्रिटेन के शासन में से भारत का शासक नाम हटा दिया गया था.
  • ऐसा इसलिए क्योकि देश को अंग्रेजों द्वारा अब छोड़ा जा अरह था और जनतंत्र आना था.
  • जिसके बाद भारत को किसी भी शासक के अधीन रहने की ज़रुरत नहीं थी.
  • ऐसे में ब्रिटेन की महारानी और शासन को अब भारत से अलग किया जा रहा था.
  • जिसके बाद देश आज़ाद होकर एक स्वतंत्र और जनतंत्र वाला देश बन सका था.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1555 में आज ही के दिन हुमायूं ने इंडस नदी को पार किया था जिसके बाद लाहौर पर कब्ज़ा किया था.
  • 1898 में आज ही के दिन देश में पूर्ण सूर्य ग्रहण को देखा गया था.
  • 1910 में आज ही के दिन महान उर्दू कवि, ईसाई लेखक और आलोचक मोहम्मद हुसैन ‘आजाद’ का निधन हो गया था.
  • 1940 में आज ही के दिन कांग्रेस नेता के साथ मतभेद के बाद नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना की.
  • 1944 में आज ही के दिन ब्रिटिश की 14वीं सेना को इंफाल, असम से मुक्त किया गया था.
  • 1975 में आज ही के दिन राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की गई और सेंसरशिप शुरू की गई.
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