भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.

राजीव गाँधी के पार्थिव शरीर का आज हुआ था दाह-संस्कार :

  • राजीव गाँधी देश के प्रथम ऐसे प्रधानमंत्री थे जिनकी मृत्यु 40 वर्ष की आयु में हो गयी थी.
  • बता दें कि आज ही के दिन सन 1991 में उनका दाह-संस्कार किया गया था.
  • उनकी मृत्यु के फ़ौरन बाद उनकी पत्नी सोनिया गाँधी को कांग्रेस पार्टी की कमान सौंपी गयी थी.
  • जिसके तहत उन्होंने पहले तो इस पद को स्वीकारने से मना कर दिया था.
  • परंतु बाद में दिग्गज नेताओं द्वारा समझाए जाने के बाद वे इसके लिए राजी हुई थीं.
  • आपको बता दें कि उन्होंने अपने पद के साथ अपनी पार्टी की मर्यादा भी बनाये रखी.
  • जिसके बाद उनके नेतृत्व में पार्टी द्वारा सन 2004 और 2009 के चुनावों में जीत हांसिल की थी.

अन्य कुछ झलकियाँ :

  • 1557 में आज ही के दिन सिकंदर सुर को आत्मसमर्पण करने के लिए बाधित कर दिया गया था.
  • 1813 में आज ही के दिन प्रसिद्ध पत्रकार कृष्णा मोहन बंदोपाध्याय का जन्म बंगाल में हुआ था.
  • 1875 में आज ही के दिन सर सईद अहमद खान द्वारा मोहम्मद एंग्लो ओरिएंटेड स्कूल की शुरुआत की गयी थी.
  • इस स्कूल का नाम सन 1920 में बदलकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी रख दिया गया था.
  • 1956 में आज ही के दिन गौतम बुद्ध के 2500वें जन्मदिवस के अवसर पर बहुत बड़ा कार्यक्रम रखा गया था.
  • 1990 में आज ही के दिन सुरजीत सिंह बरनाला को तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में शपथ दिलाई गयी थी.
  • 1990 में आज ही के दिन पूर्व सांसद केएस हेगड़े का निधन हो गया था.
  • 1993 में आज ही के दिन भारत और उज्बेकिस्तान ने पांच संधियाँ की थीं.
  • 2000 में आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा कोर्ट के बाहर सुनवाई करने के प्रस्ताव से इनकार कर दिया था.
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