देश आज 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस अवसर पर देश भर में जगह-जगह कई कार्यक्रम आयोजित किये गए हैं. दिल्ली, लखनऊ, पटना, मुंबई, चेन्नई और जयपुर में भी कई कार्यक्रम और परेड का आयोजन किया गया है जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं. आज का खास आकर्षण दिल्ली के जनपथ पर होने वाली सैन्य परेड है जहाँ देश विश्व को अपनी ताकत से रूबरू कराएगा और साथ ही विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झांकियों की एक झलक भी देखने को मिलेगी.

10 आसियान देशों के प्रमुख बन रहे हैं समारोह के मुख्य अतिथि

राजधानी दिल्ली में इस बार गणतंत्र दिवस बेहद खास होने जा रहा है. ऐसा पहली बार है जब इस समारोह में 10 देशों के प्रतिनिधियों निमंत्रण भेजा गया. दरअसल इसके पीछे सरकार की सोच विश्व मंच पर भारत की छवि मजबूत करने की है. ऐसा पहली बार है जब एक साथ 10 देशों को भारत के गणतंत्र दिवस में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण भेजा गया था. अभी तक सिर्फ एक या दो ही राष्ट्राध्यक्षों को बुलाया जाता रहा है, जिन 10 देशों को न्यौता भेजा गया है उनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम शामिल हैं.

10 देशों के प्रमुख एक मंच पर

इन सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण भेजा गया था.म्यांमार की सर्वोच्च नेता और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित आंग सान सू की को भी मुख्य अतिथि के तौर बुलाया गया है. ब्रुनेई के सुल्तान हसनअल बोल्किया को निमंत्रण भेजा गया है, इससे पहले वो 2012 में भारत आए थे. उनसे पहले किंग नोरोडोम 1963 को भारत आए थे.

लड़ाकू विमानों के हैरतअंगेज कारनामे भी परेड का आकर्षण

भारतीय वायुसेना द्वारा किए जाने वाले फ्लाई-पास्ट में भी हेलीकॉप्टर्स पर तिरंगे और तीनों सेनाओं के झंडों के अलावा एशियान का झंडा भी लहराता दिखाई देगा. इसके अलावा स्वदेशी निर्भय मिसाइल, आकाश मिसाइल प्रणाली, टी-90 भीष्म टैंक, स्वदेशी रडार स्वाथी, अश्वनी रडार शामिल हैं. पहली बार फ्लाईपास्ट में वायुसेना के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, रूद भी परेड का हिस्सा होंगे. इस साल फ्लाई पास्ट में कुल 38 विमान हिस्सा ले रहे हैं. इनमें 21 लड़ाकू विमान हैं, 12 हेलीकॉप्टर्स हैं और 04 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हैं. साथ ही एक एवैक्स टोही विमान है.

पीएम ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने आज अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उनके साथ थल सेना प्रमुख विपिन रावत और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राजपथ पर फहराया ध्वज और राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गई.  वायु सेना के कमांडो ज्योती प्रकाश निराला (मरणोपरांत) को अशोकचक्र प्रदान किया गया.

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