बीएसएफ के 29वें बटालियन टी.बी यादव ने बीएसएफ जवानों की दर्द भरी कहानी एक वीडियो द्वारा ज़ाहिर की थी जिसमें साफ़-साफ़ देखा गया की बीएसफ जवानों को कड़ी मेहनत के बाद किस तरह का खाना दिया जाता है.इस मामले में बीएसएफ अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए थे.ताज़ा खबर है बीएसफ द्वारा इस मामले में कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर सारे तथ्यों को उजागर किया गया है.तेज़ बहादुर द्वारा लागाये गए सारे आरोपों को गलत बताया है.

तेज़ बहादुर पर लगे अनुशासनहीनता के गंभीर आरोप

  • बीएसएफ द्वारा हाई कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल कर
  • तेज़ बहादुर पर आरोपों का बखान किया गया है.
  • इस हलफनामे में साफतौर पर लिखा है अनुशासनहीनता के चलते
  • तेज़ बहादुर को चार बार दण्डित किया गया है.
  • पहला दंड बिना इजाजत 13 दिन की छुट्टी जाने पर दिया गया.
  • साल 2007 में नशा करने के आरोप में दंड दिया गया.
  • 31 मार्च 2010 को अपने वरिष्ट अधिकारियों को धमकाने के आरोप में
  • 89 दिन का कोर्ट मार्शल किया गया.बीएसफ द्वारा हलफनामे में ये भी कहा गया है कि
  • इंटरनल कमिटी की रिपोर्ट सारे आरोपों को खारिज कर रही है.
  • तेज़ बहादुर द्वारा खराब खाने पर कोई भी शिकायत नहीं दर्ज है.
  • सोशल मीडिया पर सीधे वीडियो अपलोड करने की बात रिपोर्ट में दाखिल है.

बीएसफ द्वारा VRS पर स्थिति साफ़ की गयी 

  • बीएसफ द्वारा कहा गया कि 14 अक्टूबर 2016 को तेज़ बहादुर ने वीआरएस के लिए अर्जी दी थी.
  • पच्चीस दिनों के अंदर इसे विभाग द्वारा स्वीकारा गया था.
  • लेकिन 15 जनवरी को फिर से तेज़ बहादुर द्वारा इसे रद्द करने की बात पत्र द्वारा कही गयी.
  • नौ जनवरी को वीडियो वायरल किया गया.
  • उसी के बाद तेज़ बहादुर का वीआरएस रद्द किया गया.
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