16 नवम्बर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है. सत्र शुरू होने से पूर्व आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. शाम 4 बजे होने वाली इस मीटिंग में नोट बंदी का मुद्दा विपक्ष द्वारा उठाया जा सकता है. पूरा विपक्ष नोटबंदी पर लामबंद हो चुका है. सरकार भी इस मुद्दे पर पीछे ना हटते हुए सामना करने के लिए तैयार है.
नोटबंदी पर सरकार को घेरने की कोशिश में विपक्ष:
- सरकार को घेरने के लिए नोट बंदी के खिलाफ पूरा विपक्ष लामबंद हो गया है.
- कांग्रेस ने पहले ही इस मुद्दे पर सरकार को निशाना बनाया है.
- कांग्रेस के सहयोगी दलों ने भी सरकार को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
- आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी सरकार के इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
- नोट बंदी को लेकर सरकार ने कदम वापस ना खींचने का फैसला किया है.
- गोवा और गाजीपुर की रैली के दौरान पीएम मोदी ने इसके संकेत दे दिए हैं.
- शीतकालीन सत्र के दौरान जोरदार बहस होने के आसार हैं.
- एक तरफ जहाँ विपक्ष गरीबों और किसानों का हवाला देकर विरोध कर रहा है.
- वहीँ सरकार का कहना है कि कालाधन रखने वाले नेता परेशान हैं.
- वो लोग गरीबों के नाम पर इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रहे हैं.
बता दें कि 500 और 1000 रु की नोटों के बंद होने के बाद देश में हल्ला मचा हुआ है. एटीएम के बाहर सैकड़ों-हजारों की संख्या में लोग पैसे निकालने के लिए लाइन में लगे रहते हैं. बैंकों के बाहर भी भीड़ का आलम यही है. लोगों को घंटों लाइन में खड़े होना पड़ रहा है. एटीएम में कैश की कमी के कारण भी मुश्किलें बढ़ गई हैं.