पाकिस्तान में चल रहे बलूचिस्तान आंदोलन की अगुवा प्रो. नाएला कादरी बलोच भी भारत की जीवनदायिनी मानी जाने वाली गंगा नदी की मुरीद हैं। वाराणसी में संस्कृति संसद में भाग लेने आईं नाएला आज गंगा तट पर स्थित तुलसी घाट का पहुंची। इस दौरान उन्होंने कहा कि गंगा हिन्दुस्तान की पहचान है। नाएला ने गंगा को भारतीय तहजीब की मां बताया। इससे पहले बचोल नेता ने इंडो बलोच फोरम के दो कन्वेनर की घोषणा की।

  • संस्कृति संसद कार्यक्रम में शामिल होने वाराणसी पहुंची नाएला ने कहा कि पहली बार बनारस आयी हूं।
  • मुझे पहली बार गंगा के घाटों को देखने का मौका मिला है।
  • हजारों वर्ष से यहां आने वाले साधु-संतों की रुहानी मौजूदगी गंगा के घाटों पर है।
  • जिसकी वजह से इन घाटों पर आने वालों लोगों को नूर मिलता है।
  • गंगा को साफ रखने की सलाह देते हुए कहा कि सभी को ईमानदारी से प्रयास करना चाहिए।

बलूचिस्तान की भारत से बंधी उम्मीदें:

  • नायला ने कहा कि बलूचिस्तान के लोग आजादी के लिए भारत से बांग्लादेश जैसे अभियान की जरूरत महसूस कर रहे हैं।
  • जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया है।
  • वहां के लोग अब आजादी के लिए एकबार फिर उत्साहित हो उठे हैं।
  • बलूचिस्तान के लोगों में उम्मीद जागी है कि जल्दी ही उन्हें पाकिस्तान से छुटकारा मिल जायेगा।
  • बलूच नेता ने कहा हिन्दुस्तान, बलूचिस्तान और अफगानिस्तान हाथ मिला लें तो पाकिस्तान खुद ही अलग-थलग पड़ जायेगा।

पीएम मोदी बलूचिस्तान के हीरोः

  • इससे पहले नाएला भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी को बलूचिस्तान का हीरोम बता चुकी है।
  • उन्‍होंने कहा, ”बलूचिस्‍तान अपनी आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहा है।
  • मोदीजी ने जिस करेज और जुर्रत के साथ लोगों का साथ दिया वह काबिले तारीफ है।
  • विश्व के किसी अन्य नेता ने हमारे हक के लिए आवाज नहीं उठाई।
  • 70 सालों में पाकिस्‍तान हम पर जुल्‍म कर रहा है।
  • नाएला ने कहा कि मोदीजी तो हमारे हीरो हैं। मोदीजी हमारे भाई हैं।”
  • नायला ने कहा कि बलूचिस्तान आजाद होगा, तो वहां पीएम नरेंद्र मोदी की प्रतिमा लगेगी।
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