एसएससी परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने पर सचिव आयोग  परमेश्वर राम सहित पांच अन्य कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया है.छापेमारी के बाद अहम तथ्य और सबूत जुटाने की बाद इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया है.बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के पेपर लीक मामले में खुलासे हुए हैं।  पेपर लीक करने का सौदा 50 करोड़ से अधिक में तय हुआ था।प्रति छात्र 5 से 6 लाख रुपए में डील हुई थी। बतौर एडवांस 40 से 50 प्रतिशत राशि का पेमेंट किया गया था।

100 छात्रों को पास करवाने का आरोप

  • करीब 100 छात्रों को गलत तरीके से परीक्षा में पास कराया है.
  • इन आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की गयी थी.
  • पांच घंटे की छापेमारी के बाद गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया था.
  • अगमकुआं थाने के भागवत नगर स्थित सचिव के आवास पर ये छापेमारी हुई थी.
  • इस छापेमारी के दौरान कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो आरोपों को
  • सही साबित कर रहे हैं.एसआईटी के साथ साथ ईओयू की संयुक्त छापेमारी थी.
  • कॉल लेटर और अटैंडेंस शीट सहित कई अन्य साक्ष्य बरामद किये गए हैं.

प्रॉपर्टी के कागज़ात असीमित सम्पत्ति का इशारा करते हैं

  • छापेमारी के दौरान पाए गए कागज़ात गैरकानूनी प्रॉपर्टी की और भी
  • इशारा करते नजर आ रहे हैं.इसे प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला माना जा रहा है.
  • इससे पहले बिहार टॉपर घोटाले की  वजह से राज्य को काफी बदनामी
  • झेलनी पड़ रही है.उसके बाद इस घोटाले ने भी प्रशासन की नींद नहीं तोड़ी हैं.
  • इस घोटाले में कई नामी गिरामी लोग लपेटे में आ सकते हैं.
  • जबसे सरकार को इस घोटाले के बारे में मालूम हुआ है.
  • तबसे सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है.
  • जांच और आरोपों का फंदा काफी लोगों पर आ सकता है.
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