बीएमसी चुनाव के नतीजे घोषित होने के साथ ही पहले और दूसरे पायदान पर आने वाली पार्टियों की समस्या बढ़ती नज़र आ रही है. जिसके तहत किसी भी पार्टी को बहुमत ना मिलने के बाद अक कयास लगाए जा रहे हैं कि कौनसी पार्टी इसके साथ गठबंधन करेगी. इसी बीच बीजेपी व कांग्रेस ने इस मामले पर अपना पक्ष रखा है. साथ ही इस मामले को लेकर अपनी मंशा साफ़ कर दी है.

बीजेपी नहीं लेगी कांग्रेस का समर्थन :

  • बीएमसी चुनाव के नतीजे आने के साथ ही बीजेपी ने अपनी मंशा साफ़ कर दी है.
  • दरअसल मुख्यमंत्री देवेन्द्र फण्डनाविस ने बीते दिन साफ़ किया कि वे किसी भी हाल में कांग्रेस का समर्थन नहीं लेंगे.
  • साथ ही कहा कि बीजेपी बीएमसी में पारदर्शिता का मुद्दा भी नहीं छोड़ेगी.
  • आपको बता दें कि यह बीजेपी का चुनावी अजेंडा था व बीजेपी द्वारा इस मामले पर इसका वादा भी किया गया था.
  • इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग हमारे साथ हैं हम उन लोगों को लेकर चलेंगे,
  • परंतु जो लोग हमारा साथ नहीं देना चाहते हम उनके बिना ही आगे बढ़ने में विश्वास रखते हैं.
  • आपको बता दें कि सीएम फण्डनाविस ने यह बातें बीजेपी द्वारा मनाये जा रहे विजय दिवस पर कही गयी.
  • इसके अलावा शिवसेना पर निओशाना साधते हुए सीएम फण्डनाविस ने कहा कि जो लोग कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहते हैं वे करें.
  • परंतु साफ़ किया कि बीजेपी कांग्रेस से किसी भी स्थिति में गठबंधन नहीं करेगी.

कांग्रेस शिवसेना को नहीं देगी समर्थन :

  • बीएमसी के नतीजे घोषित होने के साथ ही किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली है.
  • जिसके बाद गठबंधन को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
  • इसी बीच माना जा रहा था कि कांग्रेस शिवसेना को अपना समथन दे सकती है.
  • परंतु बीते दिन कांग्रेस ने इन सभी कयासों पर विराम लगाते हुए इस बात को खारिज कर दिया है.
  • जिसके तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत ने गठबंधन को लेकर चल रहे हर तरह के कयासों पर विराम लगा दिया है.
  • इसके अलावा हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे चुके कांग्रेस के नेता संजय निरुपम ने भी इस तरह कीओ सारी संभावनाओं को खारिज कर दिया है.

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें