हेलीकॉप्टर डील में घूसखोरी के आरोप में पहले ही घिरी इटैलियन कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के भारत में टाटा संस के साथ जॉइंट वेंचर में एफडीआई बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पर विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) ने फैसला टाल दिया है।

ऑगस्टा वेस्टलैंड और टाटा संस का जॉइंट वेंचर इंडियन रोटोक्राफ्ट है। हालांकि दोनों कंपनियों के बीच एफडीआई के प्रस्ताव को टालने के पीछे कोई वजह नहीं बताई गई है। ऑगस्टा वेस्टलैंड मामले में इटली की एक अदालत का फैसला आने के एक दिन बाद ही FIPB की बैठक 8 अप्रैल को हुई थी।

ये है आरोप 
टाटा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इंडियन रोटोक्राफ्ट का अगस्ता वेस्टलैंड डील से कोई संबंध नहीं है। अगस्ता वेस्टलैंड पर आरोप है कि केंद्र की पूर्व यूपीए सरकार के दौरान 12 VVIP हेलीकॉप्टरों का ठेका पाने के लिए कंपनी ने अधिकारियों और नेताओं तो रिश्वत दी थी और इस मामले ED ने आरोपियों के खिलाफ नोटिस भी जारी कर दिया है।

अगस्टा ने वेंचर में एफडीआई को 17.6 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 19.64 करोड़ रुपये करने की मांग की थी। अगस्ता वेस्टलैंड और टाटा संस का जॉइंट वेंचर AW119Kx हेलीकॉप्टर के लिए असेंबल यूनिट स्थापित करने के लिए बनाया गया है।

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