मेयर पद के चुनाव में शिवसेना के साथ गठबंधन पर प्रश्नचिन्ह अभी भी बरकरार है. पहले जहाँ कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देती नजर आ रही थी. अब कांग्रेस की राय इसपर बदलती नजर आ रही है. कोंग्रेस के पूर्व सांसद गुरुदास कामत ने इसपर बयान जारी करते हुए कहा है कि किसी भी हाल में कोंग्रेस को शिवसेना का साथ नहीं देना चाहिए.

 

https://twitter.com/KamatGurudas/status/835392036324847617

 

 

जबतक भाजपा शिवसेना साथ समर्थन संभव नहीं

  • कोंग्रेस का कहना है जबतक भाजपा शिवसेना का साथ है.
  • कांग्रेस किसी भी हाल में शिवसेना को समर्थन नहीं दे सकती है.
  • दूसरी ओर बिना किसी गठबंधन के बीएमसी में मेयर बनना शिवसेना के लिए संभव नहीं है.
  • अगर कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देती है तो
  • जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी.

शिवसेना कांग्रेस का गठबंधन संभव ?

  • एक तरफ शिवसेना भाजपा के साथ गठजोड़ के लिए राज़ी नहीं हो रही है.
  • दूसरी ओर कांग्रेस भी इसपर अटकलें लगा रही है.
  • स्थिति जस की तस हो रही है.
  • बीएमसी चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है
  • चुनावी नतीजों पर गौर करें तो भाजपा और शिवसेना के बीच टक्कर का मुकाबला रहा.
  • 27 सीटों वाली बीएमसी में शिवसेना को 84, बीजेपी को 82,
  • कांग्रेस 31, एनसीपी को 7 और एमएनएस को 7 सीटें मिली हैं.
  • 114 बहुमत का आंकड़ा है जिसे बिना गठबंधन के हासिल करना मुश्किल है.
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