राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र से एक खबर आ रही है जिसमे इस क्षेत्र के एक अनाथालय को दिल्ली विकास प्राधिकरण और दिल्ली पुलिस द्वारा हटा दिया गया है. इस बिल्डिंग को गिराए जाने के बाद इस जगह रह रहे करीब 50 से 60 अनाथ बच्चे बेघर हो गए हैं. जिसके बाद अब कौन उन्हें आसरा देगा यह कह पाना मुश्किल लग रहा है.

दिल्ली सरकार द्वारा NGO को दी गयी थी यह ज़मीन :

  • राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से एक दर्दभरी खबर आ रही है.
  • जिसके तहत यहाँ के एक क्षेत्र में बसे एक अनाथालय को जबरन गिरा दिया गया है.
  • बता दें कि इस बिल्डिंग को दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा दिल्ली पुलिस की मदद से गिराया गया है.
  • जिसके चलते यहाँ रहने वाले करीब 50-60 बच्चे बेघर हो गए हैं साथ ही अब उनके सर से छत जा चुकी है.
  • इस मामले पर इस अनाथालय को चलाने वाले NGO SPYM के अनुसार यह ज़मीन उन्हें दिल्ली सरकार द्वारा दी गयी थी.
  • परंतु अब विकास प्राधिकरण द्वारा इसे गिरा दिया गया है और बच्चे बेघर हो चुके हैं.
  • NGO के अनुसार यह ज़मीन उन्हें सरकार की रैन-बसेरा स्कीम के अंतर्गत मिली थी.
  • जिसके बाद उन्होंने इसे एक अनाथालय में बदल दिया और इस्क्मे करीब 60 बच्चे रहते थे जिनमे से 15 लडकियां हैं.
  • इन बच्चों में से 45 ऐसे बच्चे हैं जो स्कूल जाते हैं और उनके सर से छत चीन की गयी है.
  • जिसके बाद इन बच्चों को कौन आसरा देगा यह सवाल वे सरकार और प्रशासन से कर रहे हैं.
  • आपको बता दें कि यह पहला ऐसा मामला नहीं है जिसमे बच्चों को इस तरह से बेघर किया गया है.
  • देश में सरकारे बदलती हैं जिसके बाद उनके द्वारा चलाई गयी स्कीमों को बदल दिया जाता है.
  • इससे अगर सही मायनों में किसी को फर्क पड़ता है तो वे हैं इस तरह से अपना जीवन यापन कर रहे अनाथ बच्चे और गरीब लोग.
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