दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के तमाम दावों के बावजूद दिल्ली में पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है और हालात अब ये हो चुके हैं कि गांवों में रहने वाले लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो रहे है।

दिल्ली के घुमनहेड़ा गांव के 5-6 परिवार हर साल पानी ना मिलने के कारण गांव छोड़कर कहीं और बसने को मजबूर हैं। दिल्ली सरकार द्वारा 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने का दावा खोखला नजर आ रहा है और जो सच सामने आया है वो हैरान कर देने वाला है। दिल्ली जल बोर्ड के गांव में हर सप्ताह 5000 लीटर पानी का टैंकर भेजने के निर्देश के बाद भी लोगों को पानी आसानी से उपलब्ध नहीं होता। जबकि गांव में सभी घरों में पानी के सप्लाई के लिए पाइपलाइन और वाटर कनेक्शन पहले से मौजूद हैं। 

गांव में कुछ परिवारों को प्राइवेट पाइपलाइन की सुविधा मिली है जबकि गांव अंतिम छोर पर स्थित घरों में पानी ना पहुँच पाना इसकी सच्चाई बयान करती है।

क्या कहा गाँव के लोगों ने: 

प्रमोद सिंह यादव का कहना है कि एक वक्त खाना ना मिले तो आदमी जिन्दा रह जाये लेकिन बिना पानी के ये संभव नहीं है। फ़िलहाल ये नजफगढ़ में रहते हैं।

एक अन्य शख्स मलखान सिंह का कहना था कि पिछले एक हफ्ते से गांव में पानी नहीं आया है और ये समस्या 10 साल से बनी हुई है और इसमें कोई सुधार नहीं हुआ है।

जबकि आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह का कहना है , ‘ऐसी कोई स्थिति नहीं है और ना ही उन्हें कोई खबर है इस तरह की किसी घटना की। दिल्ली में आप की सरकार ने पानी की समस्या को ख़त्म कर दिया है। ये सब पॉलिटिकल गेम है।’

 

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