आज ही के दिन 8 नवम्बर 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता को संबोधित करते हुए 500-1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया था, जिसे नोटबंदी कहा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस फैसले की घोषणा के बाद सरकार के विरोधियों और विपक्षियों ने इस फैसले को वापस लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कई प्रकार से दबाव भी बनाया गया था, लेकिन नोटबंदी का फैसला वापस नहीं हुआ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस फैसले को लागू करते ही इसे देशहित और कालेधन की लड़ाई बताया था, साथ ही उन्होंने देश की जनता से 50 दिनों का समय माँगा था, जो कि स्थिति को सामान्य करने के लिए माँगा गया समय था। हालाँकि, सरकार को 50 दिन से अधिक का समय लगा था स्थिति को सामान्य करने में, लेकिन सरकार ने नोटबंदी के बाद नई मुद्रा को बेहद कम समय में ही सर्क्युलेट कर दिया।

नोटबंदी के असर:

  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक साल पहले नोटबंदी लागू की थी।
  • जिसके बाद नोटबंदी को लेकर सभी की अपनी-अपनी राय है।
  • कुछ लोग नोटबंदी को सही बताते हैं तो कुछ के लिए ये सिर्फ एक स्टंट था।
  • वैसे नोटबंदी में सरकार ने 500-1000 के नोटों को चलन से हटाया था।
  • RBI की वार्षिक रिपोर्ट कहती है कि, 500-1000 के करीब 98.7% नोट जिनकी कुल कीमत 15.28 लाख करोड़ रुपये थी।
  • वो सभी बैंकों में आ गए, जिसमें से सिर्फ 1.3% नोट बैंक में जमा नहीं हुए।
  • नोटबंदी को लेकर पहले से गरमाए विपक्ष ने सरकार से पूछा था कि, जब 98.7 नोट वापस आ गए तो ब्लैकमनी कहाँ गयी?
  • गौरतलब है कि, नोटबंदी के साथ ही कहा गया था कि, करीब 3 लाख करोड़ रुपये की ब्लैकमनी नकदी के रूप में मौजूद है।
  • इसके बाद जनवरी में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि, हवाला के जरिये होने वाले लेन-देन में 50 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज हुई है।

18 लाख एकाउंट्स पर सरकार की नजर:

  • नोटबंदी के दौरान करीब 18 लाख खाते ऐसे थे, जिनमें संदिग्ध ट्रांजेक्शन किया गया था।
  • जिसके बाद सभी एकाउंट्स होल्डर को इसके लिए नोटिस भेजी गयी।
  • जिसमें से करीब 10 लोगों ने नोटिस का जवाब दिया है।
  • वहीँ बाकी बचे लोगों पर सरकार कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

तोड़े गए शेल कंपनियों के शेल:

  • नोटबंदी के दौरान करीब 2.97 लाख शेल कंपनियों की पहचान की गयी।
  • जिसमें से 2.24 लाख कंपनियों का रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिया गया है।
  • कॉर्पोरेट मिनिस्ट्री के अनुसार, करीब 35 हजार कंपनियों ने नोटबंदी के दौरान 17 हजार करोड़ रुपये जमा किये और बाद में निकाल लिए।
  • लेकिन ये रकम भी बैन की गयी रकम का मजाह 2 फीसदी ही है।

टूटा जाली नोटों का जाल:

  • सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद देश में करीब 19.53 करोड़ के जाली नोट पकड़े गए थे।
  • जिसकी जानकारी सरकार ने फरवरी 2017 लोकसभा में यह जानकारी दी थी।

आतंकवाद:

  • देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और सरकार कई बार ये कह चुके हैं कि, नोटबंदी ने आतंकवाद की कमर तोड़ दी है।
  • नोटबंदी के बाद जहाँ आतंकियों की फंडिंग रुकी है वहीँ घाटी में पत्थरबाजों के प्रदर्शन पर भी विराम लगा है।

24.7% बढ़ा इनकम टैक्स रिटर्न:

  • फाइनेंस मिनिस्ट्री की एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2016-17 में अगस्त तक 2.82 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किये गए।
  • वित्तीय वर्ष 2015-16 से यह आंकड़ा 24.7% ज्यादा था।

जनता का मिला साथ:

  • नोटबंदी के बाद से भाजपा यूपी में 312 सीटों के साथ बहुमत से जीती, उत्तराखंड, गोवा में सरकार बनायीं।
  • जिसके बाद कहा जा सकता है कि, देश की अधिकतर जनता नोटबंदी को लेकर सरकार के साथ खड़ी रही।
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