भारत में कई युवा ऐसे हैं जो दूर देशों में जाकर अपनी शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं, तो वहीँ कुछ ऐसे भी हैं जो इन देशों में जाकर अच्छी नौकरी व एक अच्छे जीवन की उम्मीद रखते हैं. परंतु अब ऐसा कर पाना काफी मुश्किल होने वाला है. दरअसल बीते दिन ऑस्ट्रेलिया द्वारा अपने 457 वीज़ा को समाप्त कर दिया गया है. इसी क्रम में अमेरिका द्वारा भी ‘बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन’ के आदेश पर हस्ताक्षरये हैं. जिसकेअड़ अब भारतियों का बाहर नौकरी कर पाना आसान नहीं होगा.
H-1B वीज़ा के दूरुपयोग को रोकने के लिए उठाया गया यह कदम :
- भारत के जो युवा स्वदेशी कंपनियों को छोड़ कर दूर देशों में बसने का सपना देख रहे हैं वह अब सपना ही रह जाएगा.
- दरअसल बीते दिन ऑस्ट्रेलिया द्वारा अपने देश के युवाओं के मद्देनज़र एक बड़ा कदम उठाया गया है.
- इस कदम के तहत अब ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा यहाँ पर 457 वीज़ा को समाप्त कर दिया गया है.
- साथ ही यह आदेश दिए गए हैं कि कोई भी कंपनी किसी दूसरे देश के व्यक्ति को नौकरी देने से पहले अपने देश के नागरिक को मौका देगी.
- बता दें कि अब इसी दिशा में अमेरिका ने भी अहम कदम उठाये हैं, जिसके तहत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा एक आदेश दिया गया है.
- साथ ही इस आदेश को लागू करने के लिए इससे जुड़े कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी कर दिये हैं.
- आपको बता दें कि इस तरह के आदेश लागू किये जाने पर ट्रम्प ने सफाई देते हुए कहा है कि इससे H-1B वीज़ा का दुरूपयोग रुक जाएगा.
- आपको बता दें कि अमेरिका के इस निर्णय से कई भारतीय IIT कंपनियों को नुकसान होगा,
- साथ ही कई सालो से कई तरह की परीक्षा दे रहे छात्रों के सपने भी अब पूरे होते नज़र नहीं आ सकेंगे.
- यही नही भारत से दूर एक अच्छी नौकरी और एक अच्छे जीवन की आस रखने वाले लोगों को यह सपना पूरा करना आसान नहीं होगा.