नोटबंदी के बाद काले धन को सफेद करने वालों के खिलाफ c और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार बड़े खुलासे कर रहा है। लेकिन इस बार ईडी खुद ही 93 लाख की नई करेंसी के लिए कस्टमर बना गया।

ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि ईडी ने कस्टमर बन दलालों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। ईडी ने कर्नाटक में 93 लाख की नई करेंसी के साथ 7 दलालों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बरामद रकम 2-2 हजार के नए नोट के रूप में मिली है। इस मामले में कई सरकारी अधिकारी और बैंक के अफसरों के नाम का खुलासा होने की संभावना है।

ईडी खुद बना कस्टमर :

  • ईडी आरोपियों को पकड़े के लिए खुद कस्टमर बनकर दलाल के सामने पहुंच गया।
  • दलाल 15 से 35 प्रतिशत के कमीशन पर पुराने नोट बदलने का धंधा चला रहे थे।
  • सोमवार देर रात ईडी की टीम ने दलालों के ठिकाने पर छापेमारी की।
  • इनके पास ने ईडी ने 93 लाख रूपये (2 हजार के नए नोट) बरामद किए।
  • रात भर में ईडी ने सात लोगों को हिरासत में लिया।
  • जिनसे पूछताछ जारी है।
  • अधिकारियों का मानना है कि पकड़े गए दलाल कई बैंक व सरकारी अधिकारियों का नाम उजागर कर सकते हैं।

बाथरूम में मिले 5.70 करोड़ रूपये :

  • सीबीआई ने इससे पहले कर्नाटक के चित्रदुर्ग में बाथरूम से 5.70 करोड़ रूपये बरामद किए थे।
  • जिसमें नई और पुरानी करेंसी शामिल थी।
  • इस मामले में सीबीआई ने बैंक के चार आधिकारियों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है।
  • एसबीआई, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, आईसीआईसीआई और कोटक महेंद्र बैंक आधिकारियों का नाम आया है।

 

 

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