कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए आज इलेक्शन कमीशन तारीखों का एलान करना है.  चुनाव आयोग तारीखों की घोषणा 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में करेंगे.

शाह और राहुल कर्नाटक दौरे पर

कर्नाटक की 225 विधानसभा सीटों में से 224 के लिए चुनाव होने हैं जबकि एक सीट पर ऐंग्लो-इंडियन समुदाय से सदस्य मनोनीत किया जाता है. फिलहाल राज्य में कांग्रेस की सरकार है. सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं. भाजपा यहां लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा देने, भ्रष्टाचार और हिंदुत्व को मुख्य मुद्दा बना रही है.वहीं कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की पिछली येदियुरप्पा सरकार की नाकामियां गिना रही है.

कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. दोनों ही पार्टियों के स्टार कैंपेनर इन दिनों जोर-शोर से प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी इन दिनों विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए कर्नाटक में ही हैं. आज उनके दौरे का दूसरा दिन है. वह आज श्रृंगेरी स्वामी और श्री मुरुगा मठ के दर्शन करेंगे. दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कर्नाटक में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. सोमवार को ही जेडीएस से बगावत कर चुके 7 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस जॉइन की है.

कर्नाटक के इस चुनावी घमासान के बीच लिंगायत समुदाय बड़ा मुद्दा बन गया है. दरअसल कर्नाटक में इन दिनों लिंगायत समुदाय को लेकर घमासान मचा हुआ है. राज्य की सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायत-वीरशैव समुदाय को अलग अल्पसंख्यक धर्म का दर्जा देने के लिए केंद्र से सिफारिश की है. हालांकि अब तक इस पर केंद्र की एनडीए सरकार ने अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. इससे बीजेपी में भी हलचल शुरू हो गई है क्योंकि लिंगायत बीजेपी का निर्णायक वोटबैंक माना जाता है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कांग्रेस के ‘लिंगायत कार्ड’ का तोड़ ढूंढने सोमवार को कर्नाटक गए. राज्य में कुछ दिनों बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए शाह का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

कर्नाटक में वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय आखिर इतने अहम क्यों हैं? बता दे कि कर्नाटक के  50% विधायक और सांसद अब तक इन्हीं कम्युनिटी से आते रहे हैं. 224 मौजूदा सदस्यों में 55 वोक्कालिगा और 52 लिंगायत कम्युनिटी से हैं. 100 सीटों पर लिंगायत और 80 सीटों पर वोक्कालिगा कम्युनिटी असर डालती है. 14 मुख्यमंत्री (8 लिंगायत और 6 वोक्कालिगा) राज्य में दोनों कम्युनिटी से हुए हैं.

वोट बैंक की बात करें तो कर्नाटक में 19 फीसदी दलित व 16 फीसदी ओबीसी, 16 फीसदी मुस्लिम, 17 फीसदी लिंगायत, 11 फीसदी वोक्कालिगा और 21 अन्य अन्य जाति के logo का दबदबा है.

बता दें कि बीजेपी ने लिंगायत समुदाय के इसी वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा को अपना सीएम कैंडिडेट घोषित किया है. येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से आते हैं.

 

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