भारत पाकिस्तान के बीच गरमाए माहोल का फायदा बहुत पेंचीदगी से उठाया जा रहा है.बांग्लादेश और नेपाल बॉर्डर पर नकली नोटों की सप्लाई हो रही जो पूरे देश में फ़ैल रही है.
- इस मामले में इंटरपोल की एक रिपोर्ट जारी हुई है तबसे सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है.
- जून २०१६ में नकली नोट के सरगना रिजवान को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था.
- इस नकली नोट का भंडाफोड़ करते वक़्त १५ लाख के नकली नोट ज़ब्त हुए थे.
आरोपियों ने माना की पाकिस्तान में छापे जाते हैं
- पूछताछ के दौरान आरोपियों ने माना की ये नकली नोट पाकिस्तान में छापे जाते हैं
- नेपाल और बांग्लादेश के रस्ते भारत में सप्लाई किये जाते हैं.
- रिसेर्वे बैंक ऑफ़ इंडिया भी खड़ी है कटघरे में पुलिस पर भी उठ रहे हैं प्रश्न.
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कुछ इस तरह पहचाने असली और नकली में फर्क
- वॉटर मार्क: सभी असली नोटों की लेफ्ट साइड पर महात्मा गांधी का हल्का शेडेड वॉटर मार्क होता है.
- सिक्योरिटी थ्रेड: सिक्योरिटी थ्रेड असली नोटों को पहचानने का बहुत ही भरोसेमंद तरीका है.
- पहचान चिन्ह: 20 रुपए और इससे ज्यादा मूल्य के नोटों पर फ्लोरल प्रिंट के ठीक नीचे एक पहचान चिन्ह बना होता है.. उभरा हुआ प्रिंट: 20 रुपए और उससे अधिक मूल्य के नोटों पर फ्लोरल प्रिंट, अशोक स्तंभ, पहचान चिन्ह, रिजर्व बैंक की गारंटी
- अदा करने का वचन, रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर, महात्म गांधी की तस्वीर और रिजर्व बैंक की सील उभरे प्रिंट में बने होते हैं.ऑप्टिकल वैरिएबल इंक : 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों पर मूल्य रंग बदलने वाली इंक से लिखा होता है.