नोटबंदी पर केंद्रित एक फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने चलायी कैंची। नोटबंदी के कारण आम आदमी पर पड़े असर पर आधारित एक फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने एक दो नहीं बल्कि छह दृश्यों को हटाने के निर्देश दिये, जिसके बाद अब फिल्म को प्रदर्शित किए जाने की इजाजत दे दी गई है।

बांग्ला फिल्म पर चली सेंसर बोर्ड की कैंची:

  • सेंसर बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय (कोलकाता) ने बांग्ला फिल्म पर कैंची चलाई है।
  • सेंसर बोर्ड ने बांग्ला फिल्म ‘शून्यता’ के छह दृश्यों को हटाने के निर्देश दिये हैं।
  • सीबीएफसी ने जिन दृश्यों पर कैंची चलाने के निर्देश दिये हैं,
  • उनमें अहम चरित्रों की नोटबंदी के प्रभावों पर ‘अंतिम संस्कार’, ‘बड़ी मछलियों’ जैसी टिप्पणियां शामिल हैं।
  • साथ ही छह दृश्यों में एक मां-बेटी के बीच की कुछ टिप्पणियां भी शामिल है।
  • इसके साथ ही सेंसर बोर्ड ने इन दृश्यों को हटाने या बीप के साथ म्यूट रखने के लिए कहा है।
  • सीबीएफसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘सीबीएफसी के अध्यक्ष ने इस मामले पर फैसला लिया है।
  • आगे प्रवक्ता ने कहा कि जांच समिति की सिफारिशों के अनुसार फिल्म को पास कर दिया गया है।

नये तरीके से किया जाएगा पोस्ट प्रोडक्शन का काम: 

  • निर्माता शुवेंदु घोष के अनुसार सीबीएफसी ने उनकी फिल्म में छ: दृश्य काटने की सिफारिश की है।
  • फिल्म निर्देशक शुवेंदु घोष ने कहा कि सेंसर बोर्ड जो निर्देश दिए हैं, मुझे उसे स्वीकार करना है।
  • आगे फिल्म निर्देशक ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि आम जनता मेरा काम देखें।
  • साथ ही शुवेंदु ने कहा कि मैं समझता हूं कि इन सुझावों को मानने के बाद हमें U/A सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
  • आगे कहा कि अब पोस्टर का डिजाइन, पोस्ट प्रोडक्शन का काम नये तरीके से किया जाएगा और उसके अनुसार फिल्म रिलीज की जायेगी।
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