Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
India

किराए पर छत देकर पाए मुफ़्त बिजली,सरकार ला रही योजना

सूर्य को ऊर्जा का स्त्रोत कहा जाता है. मानव सभ्यता की शुरुआत से ही मनुष्य सूर्य को उर्जा के मुख्य स्त्रोत के रूप में देखता आया है. ग्लोबल वॉर्मिंग के दौर में नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग ही एकमात्र समाधान नज़र आता है. ऐसे में सौर ऊर्जा का महत्त्व बढ़ जाता है.  केंद्र सरकार भी सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नए-नए कार्यक्रम ला रही है. इसी कड़ी में एक नई योजना आ रही है जिसके अंतर्गत आप अपने घर की छत को किराए पर देकर मुफ़्त सौर ऊर्जा पा सकते है. 

मुफ़्त बिजली के अलावा अतिरिक्त किराया भी मिलेगा:

नवीन एवं नवीकरणीय मंत्रालय इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत आंध्रप्रदेश से करेगा. आंध्र के दो जिलों में अगले महीने से इसकी शुरुआत होगी.

इस योजना में आम लोगों की छत को सरकार किराए पर लेगी.  छत के मालिक को मुफ़्त बिजली और अतिरिक्त किराया दिया जाएगा.  सौ मीटर की छत का किराया तक़रीबन तीन हज़ार होगा.

सरकारी इमारतों के छतों पर भी लगेंगे सोलर पैनल:

सरकारी इमारतों और सोसाइटी की छतों पर भी सोलर पैनल लेगेंगे. इन सोलर पैनलों को पावर ग्रिड से जोड़ा जायेगा. दस वर्ग मीटर के क्षेत्र में लगे सोलर पैनल से प्रति दिन चार यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. दिल्ली- आंध्रप्रदेश सहित कई राज्यों में इस योजना का कार्य प्रगति पर है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिजली बिल में कमी लाना है.

छत के मालिक के उपयोग की गई बिजली के बाद ग्रिड को एनर्जी सप्लाई कर उसके अनुसार ही भुगतान किया जाएगा.

जो भी डेवलपर छत किराए पर लेगा वह अपने खर्च से सोलर पैनल लगाएगा.  डेवलपर और छत के मालिक के बीच यह करार कम से कम 10 से 25 सालों का होगा. पैनल की देखरेख का काम डेवलपर के जिम्मे होगा.

[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”नेशनल न्यूज़ ” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”national_categories” orderby=”random”]

 

Related posts

राहुल गांधी विफल वंशवादी, देश उनकी नहीं सुन रहा : स्मृति

Deepti Chaurasia
7 years ago

पश्चिम बंगाल: फेसबुक पोस्‍ट से माहौल बिगड़ा, इंटरनेट सेवा हुई बंद!

Namita
7 years ago

देश में पहली बार बोर्डर पर बैठे जवान भी E-ballot की मदद से कर सकेंगे वोट!

Vasundhra
8 years ago
Exit mobile version