14 जून को कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने भारतीय सेना के जाबाँज शहीद जवान औरंगजेब को अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी। आतंकियों की इस नापाक हरकत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। बेटे की मौत से दुखी पिता ने न सिर्फ केंद्र सरकार से बदला लेने की बात कही थी।इसके अलावा उन्होंने लोगों से कहा था कि अगर सभी ने अपने बच्चों को सेना में भेजना छोड़ दिया तो फिर देश के लिए कौन लड़ेगा, हमारी सुरक्षा कौन करेगा। अब शहीद जवान औरंगजेब की मौत का बदला लेने के लिए सऊदी अरब से उसके 50 दोस्त भारत अपनी नौकरियां छोड़ कर आ गये हैं।

औरंगजेब के दोस्त लौटे भारत :

सऊदी अरब में अपनी अच्छी नौकरियां छोड़कर शहीद औरंगजेब के दोस्त भारत वापस आ गए हैं। इन सभी युवकों का मकासद सिर्फ अपने शहीद दोस्त को इंसाफ दिलवाना है। ये लोग सेना और पुलिस में भर्ती होकर आतंकियों से औरंगजेब की हत्या का बदला लेना चाहते हैं। इनमें शामिल शहीद औरंगजेब के दोस्त मोहम्मद किरामत ने बताया कि हमें जैसे ही भाई औरंगजेब की हत्या की खबर सुनी, हमने उसी दिन सऊदी अरब छोड़ दिया। हालांकि सऊदी में ऐसे अचानक नौकरी छोड़ने की इजाजत नहीं है लेकिन हमने किसी तरह ऐसा कर लिया।

सेना में है औरंगजेब का भाई :

मोहम्मद किरामत ने बताया कि गांव के 50 युवक हमारे साथ वापस आ गये और हमारा अब एक ही मकसद है औरंगजेब की मौत का आतंकियों से बदला लेना। भारतीय सेना में नौकरी कर रहे औरंगजेब के भाई मोहम्मद कासिम ने कहा कि उनके भाई की मौत के लिए आतंकी नहीं बल्कि आतंकी संगठनों को यह काम करने का निर्देश देने वाले जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सेना की चेतावनी और कार्रवाई के बाद भी आतंकी बेखौफ हैं। इसी कारण वे लोग ऐसी कायराना हरकतें कर रहे हैं।

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