एनएसए अजीत डोवाल और केंद्र सरकार ने कश्मीर के हालात से निपटने के लिए एक प्लान तैयार किया है। पुरे प्लान की निगरानी अजीत डोवाल खुद करेंगे। इस नए प्लान के बाद याशिन मल्लिक, सैयद अली शाह गिलानी, और आशिया अंद्राबी जैसे अलगाववादियों पर नकेल कसी जा सकेगी।
अब एक आतंकवाद विरोधी क़ानून(UAPA) के तहत मुक़दमा दर्ज़ कर कार्रवाई करने का प्लान बनाया जा रहा है। केंद्र का कहना है कि इस प्रकार के प्रदर्शन से आतंकियों को मदद मिल रही है।
केंद्र सरकार और जाँच एजेंसी ने मिलकर एक प्लान बनाया है, जिसके तहत चर्चा के मुख्य थे-
- केंद्र ने स्पष्ट किया है कि बुरहान वानी पोस्टर ब्वॉय नही था।
- अब किसी भी आतंकी को पोस्टर बॉय नहीं बनने दिया जायेगा।
- ऐसे किसी भी कांटेंट को तत्काल हटाने के लिए बाकायदा कंट्रोल रूम 24/7 सोशल मीडिया की निगरानी करेगा।
- ख़ुफ़िया एजेंसी एनटीआरओ और संचार मंत्रालय की टीम इसकी निगरानी करेगी।
- फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर नज़र रखी जाएगी।
- सर्विस प्रोवाइडर के जरिये ऐसे कंटेंट को हटाया जायेगा।
- इसके तहत एंटी टेरर ऑपरेशन में तेजी लायी जाएगी।
- अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा में लगे 65 हज़ार सुरक्षा बलों की तैनाती होगी।
- यात्रा के कारण पर्याप्त फ़ोर्स प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए नही होती है।
- NIA ने पाक से फंडिंग पर कुछ चौकाने वाले खुलासे किये हैं।
- पाक से होने वाली फंडिंग की पूरी जाँच NIA को सौंप दी गई है।
- अलगाववादी और आतंकवादी में अब कोई फर्क नही होगा।
- फण्ड के पैसे का इस्तेमाल सेना के खिलाफ पत्थर फेंकने वालों के लिए हो रहा है।
- ये सारा पैसा कश्मीर को अस्थिर करने के लिए हो रहा है।
- इसमें अलगाववादी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।