भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) ने एक और कीर्तिमान रच दिया है. जिसके तहत इस संगठन ने अपने सबसे भारी रॉकेट GSLV मार्क III का सफल प्रक्षेपण कर दिया है. इस सैटॅलाइट के लांच होने के साथ ही इसरो विकास के पथ पर एक कदम और आगे बढ़ गया है.

आँध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा में हुआ सफल प्रक्षेपण :

  • इसरो ने आज एक और कीर्तिमान रच विज्ञान की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है.
  • बता दें कि संगठन ने आज अपने सबसे भारी रॉकेट GSLV मार्क-III का सफल प्रक्षेपण किया है.
  • यह प्रक्षेपण आँध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित विज्ञान भवन में किया गया है.
  • जिसके बाद इस प्रक्षेपण के ज़रिये भारत ने दो उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा है.
  • बता दें कि इस रॉकेट की मदद से इसरो ने GSAT-19 और GTO उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा है.
  • गौरतलब है कि GSLV मार्क III एक बार में करीब 4 टन तक का वज़न उठा सकता है.
  • वैज्ञानिकों के अनुसार वे इस रॉकेट को 36,000 किलोमीटर दूर भेजा गया है,
  • जहाँ यह उपग्रहों को छोड़कर आयेगा और विभाजित हो जाएगा.
  • तीन हिस्सों में बना रॉकेट दो ठोस मोटर्स द्वारा तल पर संचालित होता है,
  • पहला तरल प्रणोदक कोर चरण और दूसरा क्रायोजेनिक ऊपरी चरण है.
  • बता दें कि इस रॉकेट के तीनों ही चरण अपने आप में पहली बार किया जाने वाला प्रयास है.
  • आपको बता दें कि भारत विज्ञान की दिशा में आये दिन नयी कीर्तिमान रचे जा रहे है.
  • जिसके तहत बीते दिनों ही DRDO द्वारा पृथ्वी बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है.
  • बता दें कि इस मिसाइल का लांच ओडिशा के बालासोर में हुआ है जो अपने आप में एक कीर्तिमान है.
  • इस तरह से इन संस्थानों द्वारा आये दिन इस तरह से नए कीर्तिमान स्थापित किये जा रहे हैं.
  • जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि वह दिन दूर नहीं है जब भारत का विश्व में अपना ही एक अलग स्थान होगा.

वीडियो साभार: ANI

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