रोहतक के बहुचर्चित ‘अपना घर ‘अनाथालय में यौन शोषण मामले में आज हरियाणा की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई होनी है. गौरतलब है कि 2012 में रोहतक के ‘अपना घर’ अनाथालय में छापेमारी के दौरान 100 से अधिक बच्चों को यौन शोषण के मामले में बचाया गया था. बहरहाल इस केस का फैसला आज आ सकता है.

रामरहीम को सज़ा सुनाने वाले जज जगदीप देंगे इस केस में भी सज़ा:

25 अगस्त 2017 को डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 20 साल की कारावास की सजा सुनाने वाले विशेष सीबीआई जज जगदीप सिंह शुक्रवार (27 अप्रैल) को रोहतक के ‘अपना घर’ यौन शोषण मामले में सजा सुनाने वाले है. यह फैसला आज ही आने की उम्मीद लगाई जा रही है. अपना घर हरियाणा के रोहतक में अनाथालय था, जो क्षेत्र के निवासी जसवती देवी और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा चलाया जाता था. बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय परिषद द्वारा छापे के बाद उन्हें सीबीआई ने 2012 में गिरफ्तार किया था.

क्या है मामला:

रोहतक के “अपना घर” अनाथालय में रहने वाली लड़कियों ने वर्ष 2012 में अपना घर संस्थान की संचालिका जसवंती सहित अन्य लोगों के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज करवाया था। जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मई 2012 में एक छापे के दौरान अनाथालय के 100 से ज्यादा बच्चों को बचाया था. यौन शोषण किए जाने वालों में ज्यादातर बच्चे व लड़कियां शामिल थीं. इस मामले में 10 मई 2012 को पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी और वर्ष 12 जुलाई 2012 को सीबीआई को सौंपा गया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपने आरोप पत्र में 7 लोगों पर नाबालिगों के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया था. साल 2013 में एक अतिरिक्त आरोप पत्र में इसने तीन और नाम जोड़े गए थे.

एनजीओ पर मानव तस्करी का आरोप:

इसमें एनजीओ की प्रमुख जसवंती देवी, उनकी बेटी सुषमा व दामाद जय भगवान शामिल हैं. सीबीआई ने इन पर मानव तस्करी का भी आरोप लगाया. सीबीआई ने आरोपियों पर दुष्कर्म, जबरन मजदूरी व आपराधिक साजिश का आरोप लगाया था.

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