पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ट्रेनिंग कैंप दूसरी जगह शिफ्ट करने का आदेश दिया है। सरकार से जुड़े सूत्रों ने इस खबर की पुष्टि की।

भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी को जानकारी मिली है कि पाकिस्तान में स्थित फोर्ट मौजगढ़ को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के विशेष अभियानों में आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिए किया जाता रहा है।

  • रिपोर्ट के अनुसार, पठानकोट हमले के बाद JeM की यूनिट को वहां से हटाकर बहावलपुर में शिफ्ट कर दिया गया है।
  • सैटलाइट के जरिए सामने आई तस्वीरों से मालूम होता है कि फोर्ट के क्षतिग्रस्त हो चुके हिस्से में दो बड़े कॉम्प्लेक्स बनाए गए हैं।
  • ये दोनों कॉम्प्लेक्स क्रमश: पूर्व और दक्षिण दिशा में हैं।

भारतीय खुफिया एजेंसियों को शक है कि सीमा पार से घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को अंजान देने के लिए ट्रेनिंग यहीं दी जाती है। आतंकवादियों की लगातार बढ़ती हुई गतिविधि के बाद भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियां पहले भी इसकी जानकारी दे चुकी हैं।

बता दें कि साल 2009 में भी खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले थे कि फोर्ट मौजगढ़ से करीब 72 किमी दूर फोर्ट अब्बास में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। यह जगह भारत-पाकिस्तान सीमा से कुछ ही दूरी पर है जहाँ से आतंकवादी घुसपैठ की लगातार कोशिश करते रहते हैं।

बता दें कि सीमा से सटे गुरदासपुर और पठानकोट में आतंकवादियों ने हमला किया था और इन हमलों में पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत मिले थे।

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