जम्मू कश्मीर में पिछले कई दिनों से जारी बदहाल शान्ति व्यवस्था पर सरकार ने शिकंजा कस लिया है. इसके तहत सरकार सख्त कदम उठाने की रणनीति तैयार कर राही है. भारत के खिलाफ आतंक का साथ देने वालों को अब किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाएगा.
धार्मिक नेताओं पर सख्ती
- जम्मू में रहने वाले ऐसे राजनीतिक नेता जो धर्म जाति के नाम पर आतंक फैला रहे हैं.
- घाटी की शान्ति को भंग करना चाह रहे हैं.उनपर अब सरकार की पैनी नजर रहेगी.
- मदरसों में भारत की राष्ट्र मूल्यों को सीखाने वालों को सरकार का सहयोग मिलेगा.
- हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी की शान्ति बद से बदतर नजर आ रही है.
- ऐसे कट्टरपंथी विचार के लोगों को अब दंड देने का प्रावधान लाया जा रहा है.
युवा देश का भविष्य हैं उन्हें आतंकवाद से दूर रहना चाहिए
- भारत के थल सेना अध्यक्ष द्वारा इस मुद्दे पर हाल ही में चर्चा की गयी थी.
- बिपिन रावत बोले युवा देश का भविष्य हैं.
- उन्हें राष्ट्रविरोधी तत्वों और आतंकवाद से हर तरह से दूर रहना चाहिए.
- बड़ी तादाद में युवाओं का आतंकी संगठनों में जाना.
- बेहद चिंताजनक विषय है इसपर जल्द से जल्द काम करना चाहिए.
- चिनार कोर मुख्यालय में अपने एक दिवसीय दौरे पर थलसेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने
- सुरक्षा हालात,प्रबंध और अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की.
- कई सैन्य अधिकारियों की इस विषय पर राय जानी.
- उम्मीद है थलसेना अध्यक्ष द्वारा उठाये गए ये कदम सकारत्मक नतीजे लाएँगें