जम्मू कश्मीर के बाहरी इलाके में करीब दस किलोमीटर दूर सुनजवां कैम्प में स्थित सेना के एक शिविर पर शनिवार तड़के जैश ए मोहम्मद के फियादीन आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में वहां फैमिली क्वार्टर में रहने वाले एक जेसीओ शहीद हो गए, वहीं उनकी बेटी गंभीर रूप से घायल है।

खबरों के मुताबिक, तीन से चार फिदायीन आतंकी शनिवार तड़के गोलीबारी करते हुए सेना के शिविर में घुस गए। इससे पहले गेट पर तैनात सन्तरी ने संदिग्ध हरकत देखी। दोनों ओर से फायरिंग हुई। इस दौरान तीन से चार आतंकी दो- दो की तादाद में कैम्प में दाखिल हो गए। ये आतंकी जेसीओ फैमिली क्वाटर की ओर घुसे हैं। सुरक्षाबलों ने फैमिली क्वॉर्टर में आतंकियों को घेर रखा है और वहां से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। फिलहाल वहां रुक-रुककर गोलीबारी जारी है।

नाले से कैंप में घुसे आतंकी, स्कूलों को किया गया बंद

रक्षा बलों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में एक JCO शहीद हुए हैं, वहीं उनकी बेटी और दो जवान जख्मी हुए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि ये आतंकी कैंप से सटे टिकरी नाला के जरिये अंदर घुसे होंगे। वहीं अधिकारियों ने जम्मू शहर में सुंजवाव कैंप के आसपास स्थित सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आतंकी हमले को देखते हुए हमने सुंजवान इलाके में सभी स्कूलों को एहतियातन बंद रखने का आदेश दिया है।’

राजनाथ सिंह हालात पर रख रहे सीधी नजर

इस बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के डीजीपी से बात की और गृह मंत्रालय के अधिकारियों को हालात पर नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है।

खुफिया अलर्ट के बावजूद कैसे हुई चूक

खुफिया एजेंसियों ने अफजल गुरु की बरसी पर जैश ए मोहम्मद द्वारा सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी। फिर भी कैसे चूक हो गई ये बड़ा सवाल है। अफजल गुरु को 9 फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी। बता दें कि इससे पहले 2003 में भी आतंकियों ने सुंजवान कैंप को निशाना बताया था। तब उस हमले में 12 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 7 अन्य घायल हुए थे।

हेलीकॉप्टर और ड्रोन से की जा रही निगरानी

जम्मू के पुलिस आईजी एसडी सिंह जांवाल ने बताया, तड़के 4:55 बजे संतरी ने संदिग्ध गतिविधियां देखीं। इसी दौरान संतरी के बंकर पर आतंकियों ने फायरिंग कर दिया, तो उन्होंने इसका जवाब दिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल आतंकियों की संख्या पता नहीं, उन्हें एक फैमिली क्वार्टर में घेर लिया गया है, फिलहाल ऑपरेशन जारी है। सेना ने एक मकान को घेर कर रखा है। हेलीकॉटर और ड्रोन कैमरे के जरिये सेना ने मकान के चारों तरफ से घेराबंदी की है। हो सकता है कि ऑपरेशन में एनएसजी कमांडो का भी सहारा लेना पड़े। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

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इससे पहले भी हो चुके कई हमले

7 फरवरी 2018 को जम्मू-कश्मीर के अखनूर में आईईडी ब्लास्ट में भारतीय सेना के तीन जवान सहित 6 लोग घायल हो गए।

6 फरवरी 2018 को जम्मू-कश्मीर में राजधानी श्रीनगर में महाराजा हरिसिंह अस्पताल पर आतंकियों ने हमला कर एक पाकिस्तानी आतंकी को छुड़ा लिया। आतंकी का वहां पर इलाज चल रहा था। इस हमले में आतंकी मौजूद सुरक्षा कर्मी का हथियार में छीनकर भाग गए। इस हमले में एक पुलिस कर्मी मौके पर ही शहीद हो गया जबकि एक अन्य घायल पुलिसकर्मी ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

5 फरवरी 2018 को ककपोड़ा में आर्मी कैंप पर आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया। कोई हताहत नहीं।

03 फरवरी 2018 को त्राल में सीआरपीएफ पेट्रोलिंग पार्टी पर ग्रेनेड फेंका गया, चार घायल।

24 जनवरी को 2018 जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये जबकि मुठभेड़ स्थल के समीप प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध कानून प्रवर्तन एजेंसियों की कार्रवाई में एक किशोर की जान चली गयी।

9 जनवरी 2017 को आतंकियों ने जम्मू के अखनूर सेक्टर के जीआरईएफ कैम्प पर धावा बोल दिया। इस हमले में तीन नागरिक की मौत हो गई।

16 जनवरी 2017 को कश्मीर के अनंतनागर जिले के पहलगाम इलाके में तीन आतंकियों को मार गिराया गया।

12 फरवरी 2017 को कुलगाम जिले के फ्रिजल इलाके में नागबल में हुए आतंकी हमले में 2 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए जबकि 2 नागरिक की भी मौत हो गई। इस हमले में 24 घायल हुए। हालांकि, सुरक्षाबलों ने चारों आतंकियों को मार गिराया।

14 फरवरी 2017 को बांदीपुरा जिले के हाजन इलाके के पार्रेय इलाके में हुए आतंकी हमले में तीन की मौत हो गई छह घायल हुए। जबकि, एक आतंकवादी को भी मार गिराया गया। तो वहीं, कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के क्रालगुंड इलाके में हुए आतंकी हमले में एक की मौत हो गई जबकि एक घायल हुआ। इसमें घटना में तीनों आतंकियों को मार गिराया गया।

23 फरवरी 2017 को कश्मीर के शोपियां जिले के मुलू चित्रगाम इलाके में हुए आतंकी हमले में 4 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए जबकि एक घायल हुए। इस हमले में एक नागरिक भी घायल हो गया।

5 मार्च 2017 को पुलवामा जिले के त्राल में हुए आतंकी हमले में 1 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गया जबकि पांच घायल हो गए। दो आतंकियों को भी मार गिराया गया।

15 मार्च 2017 को कुपवाड़ा जिले के ह्यहामा इलाके में हुए आतंकी हमले में एक नागरिक की मौत हो गई जबकि 2 घायल हो गए। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया।

10 अप्रैल 2017 को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सुरक्षाबलों की मुठभेड़े में चार आतंकियों को मार गिराया गया।

13 जून 2017 को आतंकियों ने कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में धावा बोल दिया। इसमें 10 सीआरपीएफ जवान घायल हो गए। इसी दिन कश्मीर घाटी के अलग-अलग हिस्सों में सीआरपीएफ बलों को निशाना बनाकर कई ग्रेनेड हमले किए गए। हालांकि, सेना के जवानों की तरफ से जवाबी कार्रवाई में वह भागने से सफल रहे।

16 जून 2017 को आतंकियों ने अनंतनाग जिले के अचबल में पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया। इसमें छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए।

10 जुलाई 2017 को आतंकियों ने अमरनाथ श्रद्धालुओं को लेकर जा रही एक बस पर दक्षिणी कश्मीर के श्रीनगर जम्मू नेशनल हाइवे पर धावा बोल दिया। 56 श्रद्धालुओं को लेकर जा रही इस बस पर हुए आतंकी हमले में पांच महिला समेत सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 15 घायल हुए।

14 अगस्त 2017 को स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आतंकियों ने मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में सुरक्षाबलों में ग्रेनेड से हमला कर दिया।

27 अगस्त 2017 को दो तीन आतंकियों ने पुलवामा टाउन के हाई सिक्योरिटी जोन माने जानेवाले डिस्ट्रिक्ट पुलिस लाइंस में घुसकर हमला कर दिया। इसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।

1 सितंबर 2017 को जम्मू कश्मीर आर्म्ड पुलिस को लेकर जा रही एक बस पर आतंकियों ने धावा बोल दिया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए।

9 सितंबर 2017 को आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक बस स्टैंड के पास पुलिस दल पर हमला बोल दिया। इस घटना में एक पुलिसवाले की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए। यह घटना गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की जगह से महज 500 यार्ड की दूसरी पर हुई।

21 सितंबर 2017 को जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे से लगते बनिहाल टाउन में एक सुरक्षाकर्मी पर तीन आतंकियों ने हमला कर दिया। इन तीनों की पहचान अकीब अहमद, गजनफर और मोहम्मद आरिफ के तौर पर हुई। इन तीनों ने हाल में ही आतंकी संगठन को ज्वाइन किया था। जबकि, पुलवामा में एक अन्य ग्रेनेड हमले में दो नागरिक की मौत हो गई जबकि 30 लोग घायल हो गए।

28 सितंबर 2017 को छुट्टी में अपने घर हाजिन आए बीएसएफ कांस्टेबल रमीज पर्रेय को आतंकियों ने घर से खींचकर गोली मार दी।

3 अक्टूबर 2017 को जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकियों ने श्रीनगर एयरपोर्ट के पास बीएसएफ के 182वीं बटालियन पर आत्मघाती हमला कर दिया। इस घटना में बीएसएफ के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर शहीद हो गए जबकि तीन आतंकी मारे गए। मुठभेड़ में बीएसएफ के अन्य जवान भी घायल हो गए।

7 नवंबर 2017 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों ने जैश-ए मोहम्मद के तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। इस दौरान मुठभेड़ की चपेट में आकर एक आम नागरिक भी घायल हो गया।

30 जुलाई 2016 को कुपवाड़ा में सेना का एक जवान शहीद, घुसपैठ की कोशिश नाकाम हुई।

26 जून 2016 को पुलवामा में CRPF टीम पर हमला, आठ जवान शहीद, 28 जवान घायल हुए।

24 जून 2016 को बिजबेहड़ा में CRPF टीम पर हमला, हमले में तीन जवान शहीद हुए।

23 मई 2016 को श्रीनगर में दो जगह पुलिसकर्मियों पर हमला, हमले में 3 पुलिसकर्मी शहीद हुए।

02 जनवरी 2016 को 2 जनवरी 2016 को तड़के सुबह 3:30 बजे पंजाब के पठानकोट में पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर भारी मात्रा में असलहा बारूद से लैस आतंकवादियों ने आक्रमण कर दिया। इस हमले में 7 जवान शहीद हो गए थे जबकि 20 सेना के जवान घायल हुए थे।

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