गत वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी जाट समुदाय ने आरक्षण के लिए अपने आंदोलन की शुरुआत कर दी है. जिसके बाद अब धीरे-धीरे यह आंदोलन हिंसक रूप लेता जा रहा है. जाट समुदाय सरकार ने लगातार शिक्षा व सरकारी नौकरी के लिए आरक्षण की मांग कर रहा है. परंतु पिछले वर्ष सरकार द्वारा किये गए आधे-अधूरे वादे के बाद इस समुदाय ने एक बार फिर आंदोलन की इस आग को बढ़ा दिया है. जिसके तहत रविवार को सामुदाय द्वारा काला दिवस मनाया गया था. बता दें कि आंदोलन के बीच जाटों द्वारा बेहद हंगामा किया गया व काफी तोड़-फोड़ भी की गयी.

हिसार में 15,000 आंदोलनकारियों का उमड़ा जन-सैलाब :

  • रविवार का दिन जाट समुदाय द्वारा काले दिवस के रूप में मनाया गया.
  • जिसके तहत हरियाणा के हिसार में रामायण रेल ट्रैक के पास धरना दिया गया.
  • आपको बता दें कि इस आंदोलन के चलते महिलाओं द्वारा काला दुपट्टा,
  • वहीँ पुरुषों द्वारा काला साफा लिया गया और इसे काले दिवस के रूप में मनाया गया.
  • आपको बता दें कि इस धरने के दौरान करीब 15,000 जाटों का जन-सैलाब उमड़ पड़ा था.
  • जिसके बाद यहाँ काफी तोड़-फोड़ भी की गयी थी.
  • आपको बता दें कि आंदोलनकारियों ने हिओसार-दिल्ली के रेल लाइन का फाटक तोड़ डाला था.
  • जिसके बाद से ही यहाँ रेल गाड़ियों का आना-जाना बंद करवा दिया गया.
  • यही नही यहाँ की इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कराया दिया गया था.
  • हालाँकि अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता के अनुसार यह उद्दंड बीजेपी के शरारती तत्वों द्वारा किया गया है.
  • उन्होंने बताया कि फाटक तोड़ना व उद्दंड मचाने का काम बीजेपी द्वारा किया गया है.
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