जाट समुदाय द्वारा इन दिनों आरक्षण के लिए जाट आंदोलन किया जा रहा है, बता दें कि ऐसा ही एक आंदोलन गत वर्ष भी किया गया था. बता दें कि जाट समुदाय इस साल भी शिक्षा व सरकारी नौकरी के क्षेत्र में अपने आरक्षण की मांग को लेकर यह आंदोलन कर रहा है जिसके तहत आज इसका 23वाँ दिन है. जिसके बाद जाटों ने ऐलान कर दिया है कि आगामी 1 मार्च से वे अपना आंदोलन तेज़ कर देंगे जिसके साथ ही इसका नाम असहयोग आंदोलन बताया जा रहा है.
मनाया गया ‘जाट बलिदान दिवस’ :
- गत वर्ष हुए जाट आंदोलन के मद्देनज़र इस वर्ष बीते दिन इसका बरसी थी.
- बता दें कि इस दिन को जाट समुदाय द्वारा जाट बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया है.
- दरअसल इस आंदोलन में बीते साल कई लोगों की मौत हो गयी थी.
- जिसके बाद इसे जाटों का बलिदान मानते हुए बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया था.
- आपको बता दें कि इस बलिदान दिवस के साथ ही जाटों ने अपने आंदोलन को तेज़ करने की बात कही है.
- साथ ही कहा है कि आगामी 1 मार्च को वे आंदोलन को तेज़ करते हुए इसे असहयोग आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया जाएगा.
- आपको बता दें कि इससे पहले जाटों द्वारा 2 मार्च को पूरी दिल्ली जाम करने की चेतावनी भी दी गयी थी.
- जिसके बाद देश के राष्ट्रपति को इस मामले से सम्बंधित ज्ञापन भेजा जायेगा.
- साथ ही इसी दिन तय किया जाएगा कि संसद का घेराव किस दिन करना है.
- बता दें कि पहले जाट समुदाय द्वारा संसद घेराव के लिए 2 मार्च का दिन चुना गया था.