कर्नाटक में 55 घंटे के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (75) ने शनिवार शाम बहुमत परीक्षण से पहले ही इस्तीफा दे दिया। अब कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बनाएगा। कुमारस्वामी बुधवार को शपथ लेंगे। 

2019 के महागठबंधन का मंच बनेगा कुमारस्वामी का शपथ समारोह:

2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने में जुटी कांग्रेस ने इस मौके के लिए कई दलों के नेताओं को बुलाया है. कांग्रेस (78 सीटें) कर्नाटक में जेडीएस (37 सीटें) के मुकाबले करीब दोगुनी सीट लाकर भी सहयोगी की भूमिका में है.

कांग्रेस ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में बीएसपी प्रमुख मायावती, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के सीएम केसीआर, आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, डीएमके नेताओं, राजद नेताओं सहित आरएलडी नेता अजित सिंह को बुलावा भेजा है.

कुमारस्वामी की सरकार में कांग्रेस की साझेदारी पर फैसला आज:

कांग्रेस रविवार को इस बारे में फैसला करेगी कि कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में बनने जा रही सरकार में उसकी साझेदारी किस प्रकार की होगी।

पार्टी के दो वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और गुलाम नबी आजाद रविवार की सुबह दिल्ली लौट रहे हैं।

इसके बाद वे कर्नाटक की सत्ता में साझेदारी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ चर्चा करेंगे।

राहुल गांधी के साथ बैठक में पार्टी नेता यह फैसला कर सकते हैं कि कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस के कुल कितने मंत्री होंगे.

माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे से कोई एक नेता उप मुख्यमंत्री बनेगा और इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जी परमेश्वर की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है

ये हो सकते हैं कर्नाटक के डिप्टी सीएम:

कांग्रेस के जी परमेश्वरा के डिप्टी सीएम बनने की आशंका जताई जा रही हैं.

इसके अलावा सरकार में कांग्रेस के 20 और जेडीएस13 मंत्री पद हो सकते हैं.

विपक्षी दलों को न्योता:

कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने जा रहे भावी मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने शपथग्रहण समारोह में सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया है.

करीब 17 विपक्षी दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा जा रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने खुद ट्वीट कर ये जानकारी दी.

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने तो जेडीएस और कांग्रेस को साथ लाने में शुरुआती भूमिका निभाई थी और उनको भी न्योता भेजा गया है.

इस बारे में कुमारस्वामी ने कहा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ,तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी चंद्रशेखर राव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुझे बधाई दी है।

बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपना आर्शीवाद दिया है। मैंने इन सभी क्षेत्रीय नेताओं को सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण में आमंत्रित किया है।

2019 चुनाव पर है नज़र:

दरअसल कर्नाटक चुनाव परिणाम और उसके बाद सरकार बनाने को लेकर चली रस्साकशी ने विपक्ष को एक बार फिर पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ गोलबंदी का मौका दे दिया है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इस गोलबंदी को और मज़बूत करना चाहते हैं.

बी एस येदुरप्पा के इस्तीफे के बाद मीडिया से बातचीत में खुद राहुल गांधी ने इसकी ओर इशारा भी किया.

राहुल गांधी ने कहा – “हम उन सभी जगहों पर एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे जहां बीजेपी को हराने के लिए ये ज़रूरी होगा.”

ज़ाहिर है पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ साझा चुनौती पेश करने की विपक्षी कोशिशों को कर्नाटक की घटना से बड़ा बल मिल गया है.

राज्यपाल वजुभाई वाला पर विवादित बयान के साथ उठी इस्तीफे की मांग

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें