जम्मू कश्मीर में रविवार को लगातार दूसरे दिन भी हिंसा जारी रही। सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के खिलाफ कश्मीर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने रविवार को एक पुलिसकर्मी को मार डाला, जबकि तीन पुलिसकर्मी अब भी लापता हैं।

  • कश्मीर में हिजबुल के चरमपंथी बुरहान वानी की मौत के बाद प्रदर्शन जारी है, जिसमें अब तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है, और 350 से ज्यादा लोग घायल हैं।
  • कश्मीर घाटी में पैदा हुई तनावपूर्ण स्थिति अभी भी बनी हुई है, कहा जा रहा है कि कश्मीर में कई साल के बाद ऐसे प्रदर्शन हो रहे हैं।
  • तनाव के बाद श्रीनगर में 11 जगहों पर कर्फ्यू है, 1200 अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
  • बुरहान वानी की मौत के बाद जो कश्मीर में हालात बन रहे हैं, उससे लगता है कि लोगों के अंदर बहुत ज़्यादा गुस्सा था। ख़ासकर यहां के युवा काफ़ी गुस्से में हैं।
  • उसकी एक वजह ये हो सकती है कि कश्मीर मुद्दे को लेकर लंबे समय से भारत सरकार या राज्य सरकार की तरफ से कोई भी पहल नहीं हुई है।

वापस लौट रहें अमरनाथ यात्रीः

  • हिंसक प्रदर्शन के बीच अमरनाथ यात्रा पर गए तीर्थयात्रियों ने वापस अपने घर लौटना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार के फैसले के बाद यात्री जम्मू से बालटाल और पहलगाम नहीं जा सकते हैं।
  • सुरक्षा बलों ने कड़ी सुरक्षा के बीच बालटाल और अन्य स्थानों पर फंसे हुए अमरनाथ यात्रियों को जम्मू क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया है।
  • जम्मू आईजी ने बताया कि, ‘हम जम्मू से बालटाल और पहलगाम मार्गों के लिए अमरनाथ यात्रा की अनुमति देकर कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
  • उन्होंने बताया कि करीब 8 से 10 हजार अमरनाथ तीर्थयात्री जम्मू में ही फंसे हुए हैं। उन्होने कहा कि हालात सुधरने के बाद हम यात्रा को जम्मू बेस कैंप से शुरू करने की अनुमति देंगे।
  • राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कैबिनेट की बैठक बुलाई और राज्य के हालातों की समीक्षा की। वहीं, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीएम को फोन कर स्थिति का जायजा लिया।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें