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दुनिया हरातंगेज़ रीती-रिवाजों से भरी पड़ी है हर देश के अपने अनोखे रिवाज़ होते है जो देखने वालों को आश्चर्य में डाल देते हैं. वैसे तो भारत के अपने ही रिवाज़ कुछ इस तरह के हैं जो दुनिया को अचंभित करते हैं. परंतु भारत का पड़ोसी देश नेपाल भी परम्पराओं में पीछे नहीं है. यहाँ पर होने वाले कई रीती-रिवाज़ लोगो को सोचने पर मजबूर कर देते हैं.

 

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क्या है कहानी :

  • ऐसा ही एक रिवाज़ नेपाल के लोगो द्वारा माना जाता है जो मूर्ती पूजा से ज़रा हटके है.
  • इस रिवाज़ के अंतर्गत जीती-जागती नन्ही बच्ची को माता के रूप में पूजा जाता है.
  • इन बच्चियों को कुमारी देवी या कुमारी के नाम से जाना जाता है.
  • कुमारी पूजा कि यह प्रथा कुछ 2300 साल पूर्व शुरू हुई थी.
  • 17वीं शताब्दी से शुरू होने वाली यह प्रथा एक कहानी से जुड़ी हुई है.
  • बताया जाता है कि नेपाल के मल्ला साम्राज्य के राजा जयप्रकाश मल्ला इससे जुड़े है.
  • कहानी के अनुसार राजा जयप्रकाश माता तजेलु के साथ पासा खेल खेलते थे.

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  • राजा और देवी की इस भेंट को रहस्य रखा जाता था इस भेंट में राजा देवी के साथ अपने राज्य की चर्चा करते थे.
  • परंतु एक दिन राजा की पत्नी उनका पीछा करती हैं और और देवी को देख लेती हैं.
  • जिसके बाद देवी अंतरध्यान होने से पहले राजा को एक आदेश देती हैं.
  • इस आदेश के तहत अगर राजा को राज्य की भलाई के लिए देवी को नेवारी समुदाय में ढूँढना होगा.
  • तभी से नेवारी समुदाय की कन्यायों को देवी तलेजु के रूप में पूजा जाता है.
  • ऐसा इसलिए क्योकि देवी तलेजु ने इसी समुदाय में जन्म लेने का संकेत दिया था.

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कैसे चुनी जाती हैं कुमारी देवी :

  • इस प्रथा में प्रस्तुत कन्या में देवी तलेजु के 32 गुण देखे जाते हैं.
  • जिसमे कन्या के कम से कम 20 दांत होने जरूरी होते हैं इसके अलावा काली आखें व बाल जरूरी हैं.
  • इसके अलावा कन्या का शरीर बरगद के पेड़ जैसा व छाती शेर जैसी होनी ज़रूरी है.
  • इसके साथ ही कन्या को एक रात के लिए अकेले मरे हुए जानवरों के साथ रहना होता है.

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  • ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि ताकि कन्या के डर को भाँपा जा सके है.
  • चुनी हुई कन्या को पंडितो के पास शुद्ध होने के लिए भेजा जाता है.
  • इसके बाद कन्या को कुमारी घर भेजा जाता है जहाँ कन्या को माहवारी से पहले तक रहना होता है.

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  • ऐसा माना जाता है कि इसके बाद देवी तजेलु कन्या के शारीर को छोड़ देती हैं.
  • कन्या को हमेशा लाल कपडे पहनने होते हैं और केवल अपने परिवार से बात करनी होती है.
  • बताया जाता है कि अब देवी बनने वाली कन्यायों को शिक्षा भी दी जाती है जो पहले नहीं होता था.
  • सच है नेपाल की यह परंपरा कुछ अलग कुछ रोचक सी है.

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