अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से कथित रिश्तों और जमीन सौदा घोटाला के आरोपों की वजह से देवेंद्र फड़नवीस सरकार से इस्तीफा देने वाले खडसे को पीए रिश्वत कांड में क्लीन चीट मिल गई है।

लोकायुक्त जस्टिस एमएल तहलियानी ने खडसे को उनके पीए गजानन पाटिल रिश्वत कांड में क्लीन चिट दे दी है। लोकायुक्त ने कहा कि पीए की ओर से रिश्वत मांगने के मामले में पूर्व मंत्री की कोई भूमिका नहीं है और इस मामले में एकनाथ खडसे पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया है।

जस्टिस तहलियानी इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि जाधव और गजानन पाटिल के बीच हुई बातचीत की कम से कम 12 रिकॉर्डिंग की हुई है जिसमे किसी भी रिकॉर्डिंग में यह बात स्पष्ट नहीं होती कि एकनाथ खडसे या उनके किसी भी स्टाफ का रिश्वत मांगने के मामले से कोई संबंध रहा है और इसलिए इस मामले को समाप्त किया जाता है।

गौरतलब है कि एसीबी ने भी खडसे को इस मामले में क्लीन चिट दी थी। सीएम फड़नवीस को सौंपी अपनी रिपोर्ट में एसीबी ने कहा था कि जांच में कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिले जिससे खडसे पर ये आरोप साबित हो कि रिश्वत कांड में उनकी कोई भूमिका है।

बता दें कि खड़से के पीए गजानन पाटिल को एसीबी ने बीते महीने राज्य सचिवालय के बाहर गिरफ्तार किया था। मुबई के एक कारोबारी रमेश जाधव से जमीन आवंटन के एक मामले में 30 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है।

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