मध्यपप्रदेश में बीते एक लंबे समय से किसानों द्वारा अपनी ऋण मुक्ति और मुआवज़े के लिए आंदोलन किया जा रहा है. बता दें कि ऐसा ही एक आंदोलन मंदसौर में भी हुआ था जिसने बाद में हिंसा का रूप ले लिया था. बता दें कि इस हिंसा में पांच किसान मारे गए थे. जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन किसानों के परिवारों से मुलाक़ात करेंगे.

पुलिस फायरिंग में मारे गए थे किसान :

  • मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में किसानों द्वारा किये जा रहे आंदोलन ने एक हिंसात्मक रूप ले लिया था.
  • बता दें कि इस हिंसा को रोकने के लिए इस क्षेत्र में पुलिस बल को तैनात किया गया था.
  • जिन्होंने किसानों द्वारा किये जा रही इन हिंसात्मक घटनाओं को रोकने की कोशिश की थी.
  • जिसके बाद इस कोशिश में पुलिस द्वारा फायरिंग की गयी थी जिसमे करीब पांच किसान इसका शिकार बन गए थे.
  • बता दें कि इन किसानों की मृत्यु के साथ ही यह आंदोलन और जोर पकड़ गया.
  • जिसके बाद किसानों और उनके परिवारों द्वारा इन शवों को सड़क पर रख चक्काजाम किया गया.
  • जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस द्वारा पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया था.
  • बता दें कि इस कर्फ्यू के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका और इस आंदोलन को शांत किया जा सका.
  • बता दें कि इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा उपवास रखकर शांति की मांग भी की गयी थी.
  • जिसके बाद अब वे इन किसानों के परिवारों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं को सुनेंगे.
  • आपको बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस उपाध्यास्ख राहुल गाँधी द्वारा भी इन परिवारों से मुलाक़ात की गयी थी.
  • जिसके बाद उनका कहना था कि ये परिवार अपने मृत किसानों के लिए शहीद का दर्जा चाहते हैं.
  • जिसके बाद अब सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी इन परिवारों से मुलाक़ात की जानी है.
  • बता दें कि इन किसानों की मौत के बाद मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मुआवज़े की घोषणा भी की गयी थी.
  • जिसके तहत मारे गए किसानों के परिवारों को एक करोड़ और घायल किसानों को पांच लाख रूपये की राशि प्रदान की जानी है.

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