बहुप्रतीक्षित GST 1 से लागू होने जा रहा है. GST को लेकर तरह-तरह की चर्चाएँ हो रही हैं. इस नयी कर प्रणाली के कारण सरकार को भारी मुनाफा होने की उम्मीद है लेकिन इसके साथ ही आमजन पर इसका प्रभाव भी पड़ेगा.

कई वस्तुओं पर भारी टैक्स लगाया जा रहा है, वहीँ मेडिकल को लेकर भी जनता में चर्चाएँ हैं. अधिकांश जरुरी दवाओं के दाम 2.29 फीसदी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. जीएसटी प्रणाली के लागू होने के बाद अधिकांश जरूरी दवाओं के दाम बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.

कई जरुरी दवाओं के दाम बढ़ेंगे:

  • अधिकांश जरूरी दवाओं पर सरकार ने 12 प्रतिशत की जीएसटी दर तय की है.
  • वर्तमान में इन पर लगभग 9 प्रतिशत का टैक्स लगता है.
  • GST लागू होने के बाद इंसुलिन सहित कुछ दवाओं के दाम कम होंगे.
  • इसमें सरकार ने जीएसटी की दर पूर्व प्रस्तावित 12 प्रतिशत से घटाकर 5 फीसदी कर दी है.
  • लेकिन कुछ जरुरी दवाएं महँगी होंगी.
  • जरूरी दवाओं की राष्ट्रीय सूची में डियाजेपेम, इमातिनिब, इबुप्रोफेन, प्रोप्रानोलोल, हेपरिन, वार्फेरिन और डिलटियाजेम शामिल हैं.
  • इनके दामों में वृद्धि होने की संभावना है.
  • वहीँ GST लागू होने की तारीखों पर भी संदेह बना हुआ था.
  • लेकिन वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि GST एक जुलाई से ही लागू होगी.
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