नोट बंदी के बीच आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. इस सत्र के दौरान जोरदार बहस होने की संभावना है. कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने सरकार को बैकफुट लाने के लिए प्लान बनाया है. वहीँ सरकार भी इससे निपटने को तैयार दिख रही है. अभी तक के विपक्ष के हमलों पर सरकार ने अपनी तरफ से लगातार जवाब दिए हैं. सरकार ने साफ किया है कि नोट बंदी के मुद्दे पर सरकार फैसला बदलने वाली नही है.

केंद्र के जवाब देने के लिए कसी कमर:

पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार भी नोट बंदी पर झुकने को तैयार नही है. सरकार ने विपक्ष के हर सवाल के लिए खुद को तैयार कर रखा है. नोट बंदी के मुद्दे पर सरकार 3 मोर्चों पर विपक्ष को करारा जवाब दे सकती है.

आतंकवाद:

  • सरकार ने नोट बंदी के वक्त ही कहा था कि आतंकियों की कमर तोड़ने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी.
  • पाकिस्तान से मिलने वाली आर्थिक मदद पर सरकार की नजरें थी.
  • कश्मीर सहित देश के अन्य भागों में आतंकियों को फंडिंग ISI करता रहा है.
  • नोट बंदी के कारण अब आतंकियों को मिलने वाली आर्थिक मदद में कमी आई है.
  • जाली नोटों के कारोबार को भी झटका लगा है.
  • पाकिस्तान लगातार भारत में जाली नोटों के कारोबार को फ़ैलाने की कोशिश करते रहता है.
  • सरकार के इस कदम के बाद अब कश्मीर में पत्थरबाजी भी लगभग बंद हो चुकी है.
  • कई दिनों के बाद वहां के स्कूल भी खुल गए हैं.

गरीबी: 

  • केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नोट बंदी से परेशान केवल अमीर होंगे.
  • गरीब जनता को थोड़ी दिक्कतें आएँगी लेकिन लम्बे समय के लिए नही.
  • इस नोट बंदी के कारण अमीर लोगों के काले पैसे पर लगाम लगाया जा सकेगा.
  • पीएम ने भी स्पष्ट किया था कि अमीर और गरीब के बीच फासला बहुत कम हो जायेगा.
  • अब गरीब चैन की नींद सोयेगा और अमीर परेशान रहेगा.

कालाधन:

  • कालाधन रोकने के लिए सरकार ने देशभर में 500 और 1000 रु के नोटों पर पाबन्दी लगा दी.
  • जिसके बाद देश में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.
  • पीएम ने कहा कि मैंने चुनाव में वादा किया था कि कालेधन पर लगाम लगाऊंगा.
  • अब मैंने उस वादे को पूरा करने का मन बना लिया है.
  • कालेधन को रोकने के लिए देश की जनता का सहयोग भी पीएम ने माँगा था.
  • पीएम ने कहा कि अब कालाधन या तो बर्बाद होगा या फिर सरकारी खजाने में जमा होगा.
  • इस निर्णय से सरकारी खजाने में ज्यादा पैसा आयेगा.
  • काला पैसा बनाने वाले कारोबारियों को इससे दिक्कत होगी.
  • रियल स्टेट में भी कालेधन का जमकर उपयोग होता रहा है.
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