मध्य प्रदेश के सीहोर में एक ऐसी शादी हुई, जहां दूल्हा-दूल्हन ने अग्नि के नहीं बल्कि डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर एवं भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा के सात फेरे लगाकर विवाह सूत्र में बंध गये। बता दें कि आर्थिक रूप से कमजोर यह दलित परिवार शादी का खर्च वहन न कर पाने के कारण इस तरह से विवाह किया।
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प्रतिमा के सात फेरे लगाकर विवाह सूत्र में बंधे दूल्हा-दूल्हन :
- आर्थिक रूप से कमजोर एक दलित जोड़ा डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर एवं भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा के सात फेरे लगाकर विवाह सूत्र में बंध गये।
- सात फेरे लेने के बाद दूल्हे कल्लु जाटव और दुल्हन वैजंती राजोरिया ने इस शादी पर बयान दिया।
- कहा विवाह का खर्च बचाने के लिये मंगलवार शाम शहर के डॉ अम्बेडकर पार्क शादी किये।
- कहा कि यहां हमने अम्बेडकर और भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा के सात फेरे लगाकर शादी कर ली।
- शादी के पारम्पारिक परिधान में दोनों ने डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने एक दूसरे को वरमाला भी पहनाई।
- बता दें कि सीहोर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला भी है।
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कम खर्च में विवाह हुआ संपन्न :
- परिजन ने दावा किया कि शादी के लिये मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सहायता मांगी थी लेकिन उसको कोई मदद नहीं मिली।
- फिर उसने कुछ सामाजिक संगठनों और समाज के सदस्यों की सहायता से ली।
- जहां साधारण कार्यक्रम करने का निर्णय लिया और कम खर्च में दोनों का विवाह संपन्न हुआ।
- आर्थिक तंगी के कारण इस तरह संपन्न हुए विवाह को अनोखी शादी भी कहा जा रहा है।
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