हाल ही में सरकार द्वारा किये गये नोटबंदी के फैसले के बाद नाबार्ड ने किसानों को कुछ राहत पहुँचाई है. बुवाई के मौसम में किसानों को हो रही दिक्कतों से बचाने के लिए सरकार ने डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के लिए 21 हजार करोड़ रुपये की नकदी का इंतजाम किया है.

नाबार्ड ने कराये 21,000 करोड़ आवंटित :

  • हसाल ही में सरकार और नाबार्ड द्वारा किसानो के हित में एक फैसला लिया गया है.
  • जिसके तहत नाबार्ड जिला सहकारी बैंकों को 21,000 करोड़ प्रदान करेगा.
  • बता दें की यह रकम किसान क्रेडिट कार्ड, बैंक खाते या फिर दोनों के जरिए निकाली जा सकेगी.
  • गौरतलब है की देश भर में करीब पौने चार सौ डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैकों मौजूद हैं.
  • खबर है की नोटबंदी के बाद किसान ग्राहकों के लिए परेशानी लगातार बढ़ती ही जा रही थी.
  • वैसे तो इन बैंकों से हर हफ्ते 24 हजार रुपये निकालने की इजाजत है.
  • परंतु इन बैंकों में ना तो नोटों की अदला-बदली हो सकती है और ना ही जमा कराए जा सकते हैं.
  • दूसरी ओऱ किसानों के लिए संस्थागत स्रोतों से मिलने वाले कर्ज का करीब 40 फीसदी इन्हीं बैंकों से आता है.
  • चूंकि इन बैंकों मे नकदी की परेशानी है, इसी को ध्यान में रखते हुए नाबार्ड ने किसानो के हित में यह फैसला किया है.

अनुमान है कि :

  • जिला सहकारी बैंकों को कर्ज मंजूर करने और बांटने के लिए करीब 35 हजार करोड़ रुपये की जरुरत होगी.
  • जिसमे हर हफ्ते जरुरत 10 हजार करोड़ रुपये की होगी.
  • इसी के मद्देनजर नाबार्ड नकद मुहैया कराएगा.
  • जिसके जरिए इन बैंकों के लिए प्राइमरी एग्रीकल्चर सोसाइटी और किसानों को कर्ज देने में आसानी हो.
  • जिसके बाद अब किसान अपने खातों से 24 हजार रुपये निकाल सकते हैं.
  • साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए 25 हजार रुपये का कर्ज भी ले सकते हैं.
  • कार्ड के जरिए रकम मंजूर कर्ज की सीमा के तहत ही होगी.

 

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