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शारदीय नवरात्र का पवन पर्व गुरुवार सुबह से पूरे देश में शुरू हो चुका था और आज नवरात्र का आठवां दिन है और जगत जननी मां भगवती के गुणगान का पर्व सभी मंदिरों में बड़े ही श्रद्धाभाव से मनाया जा रहा है. लेकिन शारदीय नवरात्र की अष्टमी-नवमी (navratri importance) तिथि को कुछ ज्यादा ही खास माना जाता है और रात 12 बजे के बाद अगर आप इन उपाय को अजमाते हैं, तो आपकी फूटे भाग्य भी खुल जायेंगे.

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इसलिए खास है अष्टमी-नवमी तिथि (navratri importance):

  • आपको बता दें कि नवरात्र के इस पावन पर्व में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा होती है.
  • नवरात्र का ये पर्व हमारे जीवन में के नवरंग का निर्माण करता है.
  • इसके साथ ही जगतजननी आदिशक्ति के नौ रूपों के नौ दिनों में अलग-अलग स्वरूप को दर्शाता है.
  • लेकिन शायद ही आपको पता होगा कि हमारे जीवन में अष्टमी-नवमी तिथि का लग ही महत्व है.
  • जी हां शारदीय नवरात्र की अष्टमी-नवमी तिथि को कुछ ज्यादा ही खास माना जाता है.
  • बता दें कि नवरात्र की अष्टमी पर देवी महागौरी और नवमी पर देवी सिद्धिदात्री की पूजा होती है.
  • ये दिन इसलिए खास होता है, क्योंकि इन दो दिनों में इन खास उपायों से हमारा भाग्य प्रबल होता है.

जाने ये खास उपाय:

  • बता दें कि आज और कल रात 12 बजे के बाद आपको घर के मैन गेट पर मौली की बत्ती बनाकर शुद्ध घी का दीप प्रज्जवलित करना होगा.
  • ऐसा करने से आपके फूटे भाग्य भी खुल सकते हैं.
  • वहीँ नौ साल से छोटी कन्याओं को खीर खिलाने और उपहार देने से भी महालक्ष्मी प्रसन्न होती है.
  • जिससे आपका धन भाग्य प्रबल हो सकता है.
  •  इसके अतिरिक्त माता के किसी भी शक्तिपीठ में फलों का भोग लगायें और गरीबों में बांट दें.
  • इससे आपके सभी दोष नष्ट हो जायेंगे.

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