जम्मू-कश्मीर में आये दिन आतंकियों द्वारा हमला किया जा रहा है. इन हमलों में कई बार जवानों द्वारा आतंकियों को मार गिराए जा चुके हैं. परंतु इसी बीच कई बार सेना द्वारा अपने जवानों को खोया भी जा चुका है. सेना कड़ी मशक्कत के बाद किसी आतंकी को ज़िंदा पकड़ पाने में कामयाब हो पाती हैं. परंतु जांच एजेंसियों द्वारा बड़ी आसानी से सबूतों के अभाव में इन आतंकियों को रिहा कर दिया जाता है.

18 सितंबर 2016 को उरी के सेना मुख्यालय पर हुआ था हमला :

  • गत वर्ष सितंबर के माह में 18 तारीख को आतंकियों द्वारा सीमा पार कर देश में ही मौजूद किसी गद्दार की सहायता से उरी स्थित सेना मुख्यालय पर हमला किया गया था.
  • बता दें कि हमले में आतंकियों द्वारा कई बम धमाके किये गए थे.
  • जिसके चलते इस हमले में सेना के 17 जवान शहीद हो गए थे.
  • आपको बता दें कि इस मामले की तफ्तीश के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी को कार्यभार सौंपा गया था.
  • परंतु अब करीब छह माह बाद इस एजेंसी द्वारा इन हमले में गिरफ्तार किये गए संदिग्धों को रिहा किया जा रहा है.
  • आपको बता दें कि इस रिहाई का मुख्य कारण एजेंसी ने सबूतों का अभाव बताया है.
  • उनके अनुसार इन संदिग्धों के खिलाफ किसी तरह के कोई सबूत हाथ नहीं लगे हैं.
  • जिस कारण अब इन सभी को रिहा कर दिया जाएगा.
  • आपको बता दें कि इस सूची में फैसल अवन व अहसान खुर्शीद के नाम शामिल हैं.
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