आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बातचीत के लिए भारत के प्रस्ताव को न मानते हुए पाकिस्तान ने सिर्फ कश्मीर वार्ता को विदेश सचिव एस जयशंकर को बुलावा भेजा है। इस कदम से पाकिस्तान की आतंकवाद को बढ़ाने में भूमिका फिर शक के घेरे में आ गयी है।

पाकिस्तान ने वार्ता पर तोड़ी चुप्पी :

  • पाकिस्तानी प्रवक्ता ने कहा कि भारत को केवल कश्मीर मुद्दे पर ही चर्चा के लिए पाकिस्तान आने का कहा गया है।
  • पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर में चल रही विकट समस्या को जल्द खत्म करने की ज़रूरत है।
  • उसने पाकिस्तानी डॉक्टरों तथा पैरामेडिक्स कर्मियों को कश्मीर यात्रा की अनुमति भारत से मांगी है।
  • विदेश सचिव जयशंकर ने सीमापार से लगातार बढ़ रहे आतंकवाद पर वार्ता के लिए इस्लामाबाद जाने की इच्छा जताई थी।
  • भारत के सीमा पार से हो रहे आतंकवाद पर वार्ता के इस प्रस्ताव को पाकिस्तान ने खारिज कर दिया था।
  • हालांकि पाकिस्तान को कश्मीर पर बातचीत का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है।
  • भारत ने बातचीत के लिए कहा है कि वार्ता में जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां खत्म करने की पहल होनी चाहिए।
  • इसके अलावा कश्मीर में हिंसा एवं आतंक को उकसाना खत्म करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
  • साथ ही पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को लगातार दिया जा रहा संरक्षण बंद होना चाहिए।
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