देश में पठानकोट हमले की जांच करने आई पाकिस्तान की ज्वॉइंट इन्वेस्टिगेशन टीम (जेआईटी) जल्द अपनी रिपोर्ट पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सौंपने वाली है। लेकिन उससे पहले ही जेआईटी की रिपोर्ट पाकिस्तानी मीडिया में लीक हो गई है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पठानकोट हमला पकिस्तान को बदनाम करने के लिए भारत द्वारा ही करवाया गया। जेआईटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि मुस्लिम एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या पठानकोट हमले की साजिश को छुपाने के लिये की गई।

JIT Members
File Photo

रिपोर्ट में हमले को बताया गया है ‘ड्रामा’:

ज्वॉइंट इन्वेस्टिगेशन टीम ने अपनी पठान एयरबेस हमले की रिपोर्ट बना ली है, पर सौंपने से पहले ही यह रिपोर्ट पाकिस्तानी मीडिया में लीक हो गयी। जांच दल ने दावा किया है कि, पठानकोट हमला पाकिस्तान को बदनाम करने की भारत की एक साज़िश थी। इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि, पाकिस्तान जांच दल को किसी भी तरह के घुसपैठ के निशान नहीं मिले हैं। पाकिस्तानी जांच दल ने ये भी कहा है कि भारत द्वारा जांच में कोई सहयोग नहीं दिया गया है।

तंजील अहमद की हत्या का भी मुद्दा उठाया:

पठानकोट हमले की जांच करने आये पाकिस्तानी दल ने अपनी रिपोर्ट में हमले को ड्रामा बताते हुए पाकिस्तान की किसी भी तरह की भूमिका को मानने से इंकार कर दिया है। इतना ही नहीं पाकिस्तानी जांच दल ने एनआईए के अधिकारी तंजील अहमद की हत्या को मुद्दा बताते हुआ कहा है कि, मुस्लिम जांचकर्ता की हत्या कराकर भारत पाकिस्तान को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, और वह खुद नहीं चाहता की जांच में रहस्यों से पर्दा उठे।

अपने ही बयान से पलटा पाकिस्तानी जांच दल:

गौरतलब है कि, पाकिस्तानी जांच दल ने अपनी रिपोर्ट में अपने ही बयानों को पलट दिया है। भारतीय सरकारी सूत्रों का कहना है कि, पठानकोट हमले में पाकिस्तानी भूमिका को स्वीकार करने के बाद जेआईटी पर दबाव होगा। पाकिस्तान में एक तबका नहीं चाहता है कि, पठानकोट हमले में पाकिस्तानी भूमिका स्वीकार की जाए और उसी के तहत जेआईटी के सदस्य ऐसा बयान दे रहे हैं।

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