2019 के लोकसभा चुनावो को देखते हुए सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पिछले लोकसभा चुनावों में एक भी सीट न हासिल करने वाली बहुजन समाज पार्टी इस बार के चुनावों में एक नयी ऊर्जा और विश्वास के साथ उतरने जा रही है। इसके अलावा कई राज्यों के विधानसभा चुनावों पर भी बहुजन समाज पार्टी मुखिया मायावती की नजर है और वह अभी से उनकी भी तैयारियां कर रही हैं। इस बीच बसपा ने अपने एक विधायक को पार्टी से निकाल दिया है जिसके बाद नए समीकरण बनते दिख रहे हैं।

बसपा ने विधायक को निकाला :

पिछले चार साल से सत्तारूढ़ भाजपा को अपना समर्थन दे रहे हरियाणा में बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक टेक चंद शर्मा को आखिरकार पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। टेक चंद फरीदाबाद जिले की पृथला विधानसभा सीट से बसपा के एकमात्र विधायक थे। इन्हें बसपा-इनेलो गठबंधन के दौरान ही निलंबित कर दिया गया था मगर उनके बसपा से निष्कासन का फैसला अब जाकर हुआ है। हरियाणा बसपा के प्रभारी डॉ. मेघराज ने टेक चंद शर्मा को इनेलो-बसपा गठबंधन के दिन निलंबित किया था। अब आखिरकार प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारती ने उन्हें निष्कासित करने के औपचारिक आदेश जारी किए हैं। इनेलो-बसपा गठबंधन के बाद भी टेक चंद जेल भरो आंदोलन में शामिल नहीं हो रहे थे।

नहीं जायेगी सदस्यता :

बसपा द्वारा निष्कासित कर दिए जाने के बावजूद विधायक टेक चंद शर्मा की विधानसभा सदस्यता पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। बसपा ने उन्हें खुद निष्कासित किया है। विधानसभा में अब शर्मा को आजाद विधायक के तौर पर गिना जाएगा। वे फिलहाल किसी पार्टी में शामिल नहीं हो सकते। किसी भी दल में शामिल होते ही शर्मा दल-बदल कानून में फंस सकते हैं। ऐसे में उनकी सदस्यता जाने का खतरा उत्पन्न हो सकता है। विधानसभा में पहले से 5 आजाद विधायक हैं जिनकी संख्या बढ़कर अब 6 हो जाएगी।

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