संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक फिल्म पद्मावत आज देश भर में रिलीज हो गयी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उलघंन करने वाले करणी सेना के तीन सदस्यों के खिलाफ याचिका दायर की गयी है।

पद्मावत फिल्म को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चार राज्यों के खिलाफ अवमानना की याचिका दाखिल की गई है। याचिका कर्ता का कहना है कि  ये चार राज्य कानून व्यवस्था को बनाए रखने के अपने कर्तव्य को निभाने में विफल हुए हैं।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज काफी दिनों से विवादों में घिरने वाली फिल्म “पद्मावत” आज 25 जनवरी को रिलीज हो गई है, लेकिन देशभर में हिंसा के चलते इससे घबराकर मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म नहीं दिखाने का फैसला किया है. यह एसोसिएशन देश की 75 फीसद मल्टीप्लेक्स मालिकों का प्रतिनिधित्व करता है.

इस एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक अर्श के मुताबिक, चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में फिल्म नहीं चलाने का फैसला किया है, क्योंकि स्थानीय प्रबंधन ने हमें बताया कि कानून-व्यवस्था के हालात अच्छे नहीं हैं. गुजरात और राजस्थान के सिनेमाघर मालिकों ने कहा कि फिल्म को लेकर पैदा विवाद सुलझने तक राज्य के किसी भी मल्टीप्लेक्स या सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर में इस फिल्म को नहीं दिखाया जाएगा।

वहीं, विहार में फिल्म के विरोध में करणी सेना ने तलवार लहराकर और आगजनी करके विरोध जताया ..

उधर, फिल्म के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी रहा. गुरुग्राम में पद्मावत के विरोधियों ने वजीरपुर पटौदी रोड को जाम कर दिया और आगजनी की  गुरुग्राम में रविवार तक धारा 144 लगाई गई है. पद्मावत के विरोधियों ने दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को भी जाम कर दिया.

आपको बता दें कि जयपुर के वैशाली नगर में दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को प्रदर्शनकारियों ने ब्लॉक कर दिया। मथुरा में भी पद्मावत को लेकर प्रदर्शनकारियों ने भूतेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोक कर विरोध जताया। मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, रतलाम और मुरैना में फिल्म विरोधियों का प्रदर्शन जारी है।

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