पीएम नरेन्द्र मोदी तेलंगाना के दौरे पर थे। उन्होंने गुजरात के ऊना में हुई दलितों की बर्बर पिटाई के मुद्दे पर बात की। पीएम ने कहा कि देश में सभी नागरिकों को एक समान हक़ है। उन्होंने कहा कि गोली मरना है तो मुझे मर दो लेकिन दलित भाइयों पर हमले बर्दाश्त नही किये जायेंगे।

ये बयान उस वक्त आया है जब देश के अनेक भागों में तथाकथित गौरक्षकों द्वारा हिंसक वारदातों की ख़बरें आ रही हैं। दलितों और मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार आलोचनाओं का शिकार हो रही है।

पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि-

  • समाज को जाति और समुदाय के आधार पर बंटने नहीं दिया जाना चाहिए।
  • मोदी ने लोगों से कहा कि वे दलितों की रक्षा और सम्मान करें।
  • इस वर्ग की समाज द्वारा लंबे समय से उपेक्षा होती रही है।
  • जो लोग इस सामाजिक समस्या का समाधान करना चाहते हैं, वो ऐसी राजनीति छोड़ दें।
  • विभाजनकारी राजनीति से देश का कभी भला नही हो सकता है।
  • देश के विकास का मुख्य स्रोत देश की एकता है।
  • देश को प्रगति करनी है तो शांति, एकता और सद्भाव के मुख्य मंत्र की उपेक्षा नहीं की जा सकती है।
  • अगर आपको कोई दिक्कत है मुझपर हमला कीजिये, मेरे दलित भाइयों पर हमले बंद करिये।
  • आपको गोली मारनी है तो मुझे गोली मारिए, लेकिन मेरे दलित भाइयों को नहीं।
  • ये खेल अब बहुत हुआ, इसे बंद करना होगा।
  • देश को प्रगति करनी है तो शांति, एकता और सद्भाव के मुख्य मंत्र की उपेक्षा नहीं की जा सकती है।

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