पीएम नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) आज पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे. उनके मंच पर आते ही नारे लगने लगे थे. इसके पहले सीएम नितीश कुमार ने पीएम मोदी का स्वागत किया और पटना यूनिवर्सिटी को केन्द्रीय यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग भी की.
केंद्र में बिहार के अफसरों का दबदबा
- पीएम मोदी ने मंच पर आते ही सभी का अभिवादन स्वीकार किया और संबोधन शुरू किया.
- पटना यूनिवर्सिटी में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात हैः
- देश के विकास में का अहम योगदान पटना यूनिवर्सिटी का है.
- भारत का कोई राज्य शायद ही ऐसा होगा जहां सिविल सर्विस के पहले पांच लोगों में बिहार का कोई व्यक्ति न हो.
- कई पहले के प्रधानमंत्री कई अच्छे काम मेरे लिए छोड़ कर गए हैं.
- अब वक्त बदल चुका है, अब हमें सरस्वती और लक्ष्मी को एक साथ चलाना है.
- केंद्र में भी बिहार के अफसरों का दबदबा देखने को मिलता है.
- जितनी पुरानी गंगा धारा है उतनी ही पुरानी ज्ञान गंगा की विरासत बिहार में मौजूद है.
- सरस्वती और लक्ष्मी का मिलन अब बिहार में होना चाहिए.
- केंद्र में भी बिहार के अफसरों का दबदबा देखने को मिलता है.
शिक्षा का मतलब दिमाग को भरना नहीं: पीएम मोदी
- 2022 तक बिहार को नई ऊंचाईयों पर लेकर जाना हैः
- हम लोगों को विश्वविद्यालयों में दिमाग को खोलने का अभियान चलाना होगाः
- दिमाग को खाली करना होगा तभी नए आईडिया छात्रों के दिमाग में आएंगे.
- शिक्षा का मतलब दिमाग को भरना नहीं है, बल्कि नई चीज़ों के लिए खोलना है.
- दुनिया हमेशा हमें सांप-सपेरा वाला देश मानती थी, हमें हमेशा अंधविश्वास से जोड़ती थी.
- आईटी क्रांति ने पूरी दुनिया में हमारे लिए नजरिया बदल दिया है.
- नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालयों को भूला नहीं जा सकता है.
- अब हमें इनोवेशन का बल देना होगा.
- गंगा की धारा की तरह ही बिहार में ज्ञान की गंगा बहती है.
- शिक्षा का उद्देश्य दिमाग को खोलना है भरना नहीं है.
- दुनिया में वही देश आगे बढ़ता है जो नई खोज की बात करता है.
- हमारे पूर्वज सांप से खेलते थे और अब हमारे बच्चे माउस से खेलते हैं.
- भविष्य को देखते हुए नए रास्ते खोजने होंगे.
10 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे:
- हिन्दुस्तान जवान है और हमारे हिन्दुस्तान के सपने भी जवान है.
- हम अब आईटी सेक्टर के हब के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं.
- नवाचार हर युग के लिए महत्वपूर्ण है.
- देश में शिक्षा सुधार का काम बहुत धीरे-धीरे हुआ.
- भारत के पास प्रतिभा की कमी नहीं, भाग्यवान है देश.
- पटना यूनिवर्सिटी को केंद्र विश्वविद्यालय से एक कदम आगे ले जाने के लिए आए हैं.
- स्टार्ट-अप की दुनिया में जल्द ही होगा भारत का शीर्ष स्थान, हमें स्पर्धा को चुनौती के रूप में लेना होगा.
- IIM को हमने सरकारी कब्जे से बाहर निकालने का काम किया है.
- 10 पब्लिक और 10 प्राइवेट विश्वविद्यालयों को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा.
- इन विश्वविद्यालयों को 5 सालों में 10 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
- 20 विश्वविद्यालयों का चयन प्रदर्शन के आधार पर होगा, वर्ल्ड क्लास विश्वविद्यालय के तौर पर विकसित किया जाएगा.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.