कांग्रेस आज से भाजपा के सत्ता में आने के बाद संविधान और दलित विरोधी गतिविधियों के खिलाफ ‘संविधान बचाओ’ अभियान शुरू करने जा रही है. इस देशव्यापी अभियान के तहत कांग्रेस आमजन में भाजपा की संविधान विरोधी और दलित विरोधी छवि को उजागर करेगी.

आज से कांग्रेस का देशव्यापी अभियान शुरू:

भाजपा के शासन में संविधान और दलितों पर कथित रूप से हो रहे हमलों के खिलाफ कांग्रेस सोमवार से ‘संविधान बचाओ’ अभियान शुरू करने जा रही है। यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। इसका आगाज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे। यह अभियान अगले साल भीमराव रामजी आम्बेडकर की जयंती (14 अप्रैल) तक जारी रहेगा। कहा जा रहा है कि कांग्रेस इस अभियान से मोदी सरकार को दलित विरोधी बताकर इस समुदाय में पैठ बढ़ाना चाहती है, ताकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच बेहतर पहुंच बनाकर इसका फायदा ले सके। बता दें कि देश में 17% दलित वोटर हैं।

अगले साल आम्बेडकर जयंती तक चलेगा अभियान:

इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता मल्लिकाजरुन खड़गे, सुशील कुमार शिंदे के भी मौजूद रहने की संभावना है। इस अभियान में पार्टी के सभी वर्तमान व पूर्व सांसदों, विधायकों की शिरकत अनिवार्य होगी।

इस बात की जानकारी देते हुए कांग्रेस ने ट्वीट भी किया.

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कांग्रेस इस अभियान के जरिए दलित समुदाय को भी एक संदेश देना चाहती है। कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नितिन राउत के अनुसार जबसे आरएसएस समर्थित सरकार केंद्र की सत्ता में आई है, तभी से संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं। पार्टी के एक अन्य नेता के मुताबिक, ‘भाजपा सरकार में संविधान खतरे में है। दलित समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में अवसर नहीं मिल रहे हैं। कांग्रेस का उद्देश्य इस अभियान के जरिए इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करना है।’

इसके अलावा कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 29 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘हुंकार रैली’ करने वाले हैं।

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