बीते 17 जुलाई को देश की संसद समेत सभी 31 विधानसभाओं में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया गया था, जिसके बाद 20 जुलाई को NDA उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने UPA उम्मीदवार मीरा कुमार को भारी अंतर से हराया था। वहीँ देश के वर्तमान महामहिम प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल सोमवार 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। इसी क्रम में रविवार 23 जुलाई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए फेयरवेल कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। गौरतलब है कि, देश को अब तक कुल 14 राष्ट्रपति मिल चुके हैं, लेकिन उनमें से किसी भी राष्ट्रपति को वैसा विदाई समारोह नहीं मिला है, जो देश के पहले राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद(rajendra prasad farewell) को मिला था।

1962 में रामलीला मैदान में जमा हुए थे हजारों लोग(rajendra prasad farewell):

  • स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद थे।
  • साथ ही डॉ० राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति भी हैं जिनका कार्यकाल दो बार रहा था।
  • 10 मई 1962 को रामलीला मैदान में हजारों लोग राष्ट्रपति को विदाई देने पहुंचे थे।
  • प्रेसिडेंट की पोस्ट से रिटायर होने पर राजेन्द्र प्रसाद को 1100 रुपये की पेंशन मिली थी।
  • गौरतलब है कि, भारत-चीन युद्ध के समय उन्होंने अपनी पत्नी की ज्वैलरी दान कर दी थी।
  • डॉ० राजेन्द्र प्रसाद का जीवन काफी सादा था,
  • 28 फरवरी 1963 को उनकी मृत्यु हो गयी थी।

साल 1962 में ही मिला था भारत रत्न(rajendra prasad farewell):

  • देश के पहले राष्ट्रपति अपने दूसरे कार्यकाल के पूरा होने के बाद साल 1962 में रिटायर हुए थे।
  • जिसके बाद उन्हें इसी साल भारत रत्न की उपाधि से नवाजा गया था।
  • ऐसा भी कहा जाता है कि, यह उस पुत्र के लिए एक कृतज्ञता थी जिसने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर,
  • लगभग आधी शताब्दी अपनी मातृभूमि के लिए सेवा करते बिता दी।

सादा जीवन, उच्च विचार के परिचायक(rajendra prasad farewell):

  • डॉ० राजेन्द्र प्रसाद वास्तव में सादा जीवन और उच्च विचार के समर्थक थे।
  • उनकी वेशभूषा राष्ट्रपति बनने के बाद एक आम किसान जैसी ही थी।
  • साथ ही भारत-चीन युद्ध के समय उन्होंने अपनी पत्नी की ज्वैलरी भी दान में दे दी थी।

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