पिछले कुछ सालों से बाल पाेेर्नोग्राफी जैसी समस्‍या लगातार विकराल रूप लेती जो रही है। ऐसे में अभिभावकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वो कैसे अपने बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर चिन्‍ता से मुक्‍त हो।

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ ने भारतीय समाज में तेजी से पैर पसार रहे बाल पाेेर्नोग्राफी पर चिन्‍ता व्‍यक्‍त की और कहा कि मानव तस्करी हम सबके लिए एक अन्य बड़ी चुनौती है। सूचना प्रौद्योगिकी तक बढ़ती पहुंच और हमारी वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था की बदलती प्रकृति के मद्देनजर बच्चों के लिए नए खतरे उभर रहे हैं जिसमें यौन पर्यटन, बाल पोर्नोग्राफी, बच्चों को ऑनलाइन खतरा शामिल है।’’ उन्होंने कहा कि हम तेजी से महसूस कर रहे हैं कि हम बच्चों की रक्षा करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध नहीं कर सकते हैं जब तक कि हम उन्हें और उनके परिवारों को अति महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क प्रदान नहीं करते।

उन्होंने इस गम्‍भीर समस्‍या पर आगे बात करते हुए कहा कि, ‘‘हमने बच्चों को ट्रैक करने के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल स्थापित किया है, जिसपर गुमशुदा बच्चों पर न सिर्फ डाटा है बल्कि ‘बरामद’ बच्चों की प्रगति की निगरानी के लिए लाइव डाटाबेस भी है जो विभिन्न बाल देखभाल संस्थानों में विभिन्न सेवाएं इस्तेमाल कर रहे है।

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