आज भारत अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रंग में रंगता नजर आ रहा है. इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में प्रणब मुख़र्जी 31 महिलाओं को उनके उच्च कार्यों के लिए नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित कर रहे हैं. इन महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देकर नए आयाम हासिल किये हैं.

विभिन्न क्षेत्रों से महिलाएं सम्मानित-

  • अनात्ता सोने -ये भारतीय स्पेस रिसर्च में कार्यरत हैं. स्टेटिस्टिक्स, अलजेबरा और
  • अन्य क्षेत्रों में इनका अहम योगदान है. वर्तमान समय में ये
  • फ्लाईट डायनामिक्स ग्रुप बंगलौर में कार्यरत हैं.
  • रीमा साथे-इनके द्वारा चलित कम्पनी हैप्पी रूट्स ग्रामीण क्षेत्रों और कृषि क्षेत्र में
  • सुधार का कार्य करता है जो बेहद सरहानीय है. किसानों की आय वृद्धि में भी
  • इनका संगठन कार्य करता है.
  • ज़ुबोनी हुन्त्सो- ज़ोबोनी एक उद्यमी भी है जिसने कंपनी प्रीइसेमेल्लोव (पीएमएल) की
  • स्थापना की थी. यह नागालैंड की एक सभी लड़कियों की टीम है
  • जो फैशन परिधान और सहायक उपकरण बनाने और बेचने पर केंद्रित है.
  • बी कोडनैयाय्यू-वह इसरो से तीसरे वैज्ञानिक हैं जो पुरस्कार प्राप्त करेंगे.  तीन महिलाएं द्वार एक दिन में 104 उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर काम करने के परिणामस्वरूप इसे साझा कर रही हैं. ये श्रीहरिकोटा रेंज में सतीश धवन स्पेस सेंटर (एसडीएससी)की समूह प्रमुख है.

शिरोज़ से कौन नहीं परिचित?

  • शिरोज़ -आगरा में स्थित, शेरोज एक कैफे है जो एक अद्वितीय और
  • सशक्तीकरण मोड़ के साथ है – यह एसिड हमले से पीड़ित लोगों द्वारा चलाया जाता है.
  • छाँव फाउंडेशन नामक एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा शुरू किया गया,
  • यह संगठन बहुत लोकप्रिय हो गया है. लखनऊ में एक केंद्र खोला है उदयपुर में दूसरा केंद्र खुलेगा.
  • मुमताज काजी मुमताज एक सच्चा निशान है। रूढ़िवादी परिवार से आने के बावजूद, वह भारत में डीजल लोकोमोटिव अभियान चलाने वालीं पहली महिला हैं.

 

 

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